- वैज्ञानिकों ने वर्ष 2018 में भारत में 596 जंतु एवं पादपों की नई प्रजातियों को खोजा है।
- उपर्युक्त सभी खोजों को बोटैनिकल सर्वे ऑफ इंडिया (बीएसआई) एवं जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जेडएसआई) के प्रकाशन में प्रकाशित की गई गई है।
- जिन 596 प्रजातियों को खोजा गया है उनमें 372 प्रजातियां जंतुओं की है (311 अकशेरूकी व 61 कशेरूकी प्रजातियां) और शेष 224 पादप प्रजातिया हैं।
- उपर्युक्त खोज के साथ ही भारत में जंतु प्रजातियों की कुल संख्या 1,01,681 हो गई है जो विश्व की कुल जंतु प्रजातियों का 6.49 प्रतिशत है।
- इसी प्रकार नई पादप प्रजातियों की खोज के साथ भारत पादप प्रजातियों की संख्या 49,441 हो गई है जो कुल वैश्विक पादप प्रजातियों का 11.5 प्रतिशत है।
- 61 कशेरूकी प्रजातियों में 30 सरिसृप हैं। मछली की 21 प्रजातियां, 9 उभयचर, तथा एक स्तनधारी उप-प्रजाति की खोज की गई है।
जिन 224 पादप प्रजातियों की खोज की गई उनमें बीज पादप, ब्रायोफाइटस, कवक व लाइकेन शामिल हैं। - उपर्युक्त नई खोजों में से 31 पादप प्रजातियां हिमालय में खोजी गई हैं। वहीं 50 प्रतिशत जंतु प्रजातियां पश्चिमी घाट बायोलॉजिकल हॉटस्पॉट में खोजी गई हैं। वन्यजीवों की खोज में डीएनए टेक्नोलॉजी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है।
- जहां तक राज्यों की बात है तो सर्वाधिक 59 प्रजातियां केरल में खोजी गई हैं। पश्चिम बंगाल में 38 तथा तमिलनाडु मेें 26 प्रजातियां खोजी गईं हैं।