पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) और देश का अग्रणी एनबीएफसी द्वारा स्मार्ट ग्रिड प्रौद्योगिकी में प्रशिक्षण, अनुसंधान और उद्यमिता विकास के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-कानपुर (आईआईटी-के) के साथ एक एमओए पर हस्ताक्षर किए।
इस एमओए के अंतर्गत, पीएफसी अपनी सीएसआर पहल के लिए आईआईटी-कानपुर को 2,38,97,000 रुपये (दो करोड़ अड़तीस लाख 97 हजार रुपये) की वित्तीय सहायता प्रदान करेगा।
इस समझौते का उद्देश्य स्मार्ट ग्रिड प्रौद्योगिकी में अनुसंधान और विकास के लिए बुनियादी ढांचे के विकास में आईआईटी-कानपुर को सहायता प्रदान करना है।
परियोजना के हिस्से के रूप में, आईआईटी-कानपुर द्वारा प्रतिभागियों को स्मार्ट ग्रिड प्रौद्योगिकी पर न केवल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा बल्कि स्मार्ट ग्रिड प्रौद्योगिकी पर डेवलपमेंट ऑफ आइडियाज के लिए चयनित किए गए 9 उम्मीदवारों को फैलोशिप भी प्रदान की जाएगी।
इन फैलो को आईआईटी-कानपुर के स्टार्ट-अप इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन सेंटर (एसआईआईसी) की ओर से सहायता भी प्रदान की जाएगी और उन्हें उद्यमिता गतिविधियों की शुरुआत करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
पीएफसी के मुख्य महाप्रबंधक (सीएसआर एंड एसडी), श्री एम प्रभाकर दास और आईआईटी-कानपुर के डीन रिसोर्स और एलुमनी, श्री जयंत कुमार सिंह के द्वारा संबंधित संस्थानों की ओर से एक वर्चुअल प्लेटफॉर्म के माध्यम से समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।