विश्व जनजाति दिवस (World Tribal Day) पर जनजाति बहुल गांव चंडेला से 9 अगस्त 2019 को ‘लेदर मिशन’ (Leather Mission) नामक नया कार्यक्रम शुरू किया गया ।
इस नए कार्यक्रम के तहत खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) देश भर में चमड़ा दस्तकारों को लेदर-किट वितरित करेगी। इससे न केवल उनकी आय कई गुना बढ़ेगी, बल्कि उन पारंपरिक चर्म दस्तकारों को प्रेरणा भी मिलेगी, जो अपना पारंपरिक कौशल छोड़कर अन्य काम-धंधों की तलाश में बाहर चले गए हैं।
समारोह में मधुमक्खी पालन के लिए 350 बी-बॉक्स वितरित किए गए। हनी मिशन ने किसानों, अनुसूचित जातियों/ अनुसूचित जनजातियों और बेरोजगार युवाओं के जीवन में भारी बदलाव किया है।
अब तक केवीआईसी ने देशभर में सीमांत समुदायों के बीच 1.15 लाख से अधिक बी-बॉक्स वितरित किए हैं। इससे 11,500 से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। इस कदम से न केवल मधुमक्खी पालकों की आय में इजाफा हुआ है, बल्कि मधुमक्खियों द्वारा पराग-कण एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के कारण फसल उत्पादन में भी 30 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है।
लेदर मिशन, कुम्हार सशक्तिकरण मिशन और हनी मिशन जैसे कार्यक्रमों से समाज में सीमान्त समुदायों के जीवनस्तर को ऊपर उठाने के लिए केवीआईसी की प्रतिबद्धता व्यक्त होती है।