- भारत सरकार द्वारा रॉयटर्स को दिए गए डाटा के अनुसार वर्ष 2018-19 वित्तीय वर्ष में भारत, इस्पात का विशुद्ध आयातक था और विगत तीन वर्षों में पहली बार ऐसी हुआ है।
- वित्त वर्ष 2018-19 में निर्मित (फिनिश्डि) इस्पात निर्यात में 34 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। मार्च 2019 तक भारत का इस्पात निर्यात 6.36 मिलियन टन का हो गया वहीं आयात 4.7 प्रतिशत बढ़कर 7.84 मिलियन का हो गया।
- भारत से इस्पात के निर्यात में कमी व आयात में वृद्धि के दो कारण रहे। एक तो अमेरिकी प्रतिबंध की वजह से चीन, जापान, दक्षिण कोरिया एवं इडोनेशिया जैसे निर्यातकों ने पश्चिमी एशिया एवं अफ्रीका का रूख किया जिससे भारत का निर्यात बाजार प्रभावित हुआ।
- दूसरा कारण यह है कि वित्तीय वर्ष 2018-19 में भारत में उच्च गुणवत्ता के इस्पात की मांग में वृद्धि हुयी है।