राष्ट्रीय कृषि उच्चतर शिक्षा परियोजना (एनएएचईपी) की शुरूआत

  • कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री राधा मोहन सिंह ने विद्यार्थी कल्याण न्यास द्वारा पूसा, नई दिल्ली में आयोजित दो दिवसीय “एग्रीविज़न 2019” के चौथे सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि कृषि में कुशल मानव संसाधन, कृषि उन्नति का आधार बने।
  • श्री सिंह ने बताया कि आईसीएआर (भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्) ने हाल ही में 1100 करोड़ रुपये की कुल निधि के साथ प्रतिभाओं को आ‍कर्षित करने और देश में उच्चतर कृषि शिक्षा को मजबूत बनाने के लिए महत्वकांक्षी राष्ट्रीय कृषि उच्चतर शिक्षा परियोजना (एनएएचईपी-National Agricultural Higher Education Project: NAHEP) शुरू किया है। इस परियोजना का विश्व बैंक और भारत सरकार द्वारा 50:50 साझा लागत के आधार पर वित्तपोषण किया जाएगा। इसके अलावा कृषि, बागवानी, मछली पालन और वानिकी में चार वर्षीय डिग्री को व्यावसायिक डिग्री घोषित किया गया है।
  • श्री सिंह ने बताया कि पूर्वी भारत सहित पूर्वोत्तर में हरित क्रांति के संबंध में सरकार की पहल को सुदृढ़ करने के लिए राजेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय को डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के रूप में उन्नत किया गया है। इसके साथ आईएआरआई, पूसा नई दिल्ली की तर्ज पर बरही, झारखंड में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) की स्थापना की गई है। एक अन्य आईएआरआई को असम में स्थापित किया जा रहा है।
  • कृषि व्यापार में छात्रों की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए ‘स्टूडेंट रेडी’ नामक ग्रामीण उद्यमशीलता जागरूकता विकास योजना (READY: Rural Entrepreneurship Awareness Development Yojana) चलाई जा रही है। इसके तहत परास्नातक छात्रों को कृषि और उद्यमशीलता के लिए व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया जाता है।

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