सार्वजनिक क्षेत्र की दो इकाइयों हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड ( Hindustan Petroleum Corporation Limited: HPCL ) एवं पॉवरग्रिड कॉर्पोरेशन ( Power Grid Corporation of India Limited: PGCIL ) को महारत्न (Maharatna) का दर्जा प्रदान किया गया है। इस संबंध में केंद्रीय लोक उद्यम विभाग ने 23 अक्टूबर, 2019 को दो अलग-अलग अधिसूचना जारी किया। इन दोनों उद्यमों के शामिल होने के साथ ही महारत्न कंपनियों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है। वर्ष 1974 में स्थापित एचपीसीएल स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कंपनी है वहीं पॉवरग्रिड भी वर्ष 2007 से सूचीबद्ध कंपनी है।
महारत्न का दर्जा मिलने का मतलब है कि इन दोनों कंपनियों के बोर्ड कई प्रकार के निर्णय लेने में स्वायत्तता हासिल होगी। वित्तीय संयुक्त वेंचर तथा पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई में इक्विटी निवेश संबंधी निर्णय लेने की इन्हें छूट होती है। इन कंपनियों के बोर्ड को अपनी कुल विशुद्ध संपत्ति का अधिकतम 15 प्रतिशत देश की सीमा के तहत देश एवं विदेश में विलय एवं अधिग्रहण का निर्णय लेने की स्वयत्ता भी प्राप्त होती है वशर्ते कि एक परियोजना में यह 5000 करोड़ रुपए से अधिक नहीं हो।
महारत्न कंपनी के लिए शर्तें
सार्वजनिक क्षेत्र की वैसी कंपनियों को महारत्न का दर्जा प्रदान किया जाता है जो पहले से नवरत्न उपक्रम हो, स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध हो, औसत वार्षिक टर्नओवर विगत तीन वर्षों में 25000 करोड़ से अधिक हो, औसत वार्षिक नेटवर्थ विगत तीन वर्षों में 15000 करोड़ रुपए से अधिक हो, कर के पश्चात वार्षिक शद्ध लाभ विगत तीन वर्षों में 5000 करोड़ रुपए से अधिक हो।
महारत्न कंपनियों की सूची