- पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री तथा कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने 16 अक्टूबर को 2018 नई दिल्ली में इस कार्यक्रम के अंतर्गत रोड़ शो का शुभारंभ किया।
- देश की ऊर्जा सुरक्षा के लिए सरकार के महत्वपूर्ण उपायों में से एक-‘ इंडियन स्ट्रेटेजिक पेट्रोलियम रिजर्व्स’ (आईएसपीआर-Indian Strategic Petroleum Reserves Limited :ISPRL) का लक्ष्य सरकारी-निजी-भागीदारी के अंतर्गत कच्चे तेल के भंडारण की अतिरिक्त सुविधाओं का निर्माण करना है।
- विश्व ऊर्जा परिदृश्य में भारत ऊर्जा का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है और विश्व में कच्चे तेल का तीसरा सबसे बड़ा आयातक भी है। भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है, जिससे भारत में अगले दो दशकों में ऊर्जा की मांग किसी भी अन्य देश के तुलना में अधिक बढ़ेगी। भारत को पेट्रोलियम ईंधन की आवश्यकता बहुत अधिक पड़ेगी। पेट्रोलियम उत्पादों की मांग में चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) 2013 से 2017 की अवधि में 5.5 प्रतिशत की दर से बढ़ी है। उन्होंने कहा कि हमारा घरेलू उत्पादन पेट्रोलियम ईंधन की सतत बढ़ती घरेलू मांग पूरी नहीं कर पाएगा और भारत को निकट भविष्य में आयात पर निर्भर रहना होगा।
- भारत सरकार ने उर्जा सुरक्षा की चुनौती से निपटने के लिए इंडियन स्ट्रेटेजिक पेट्रोलियम रिजर्व्स लिमिटेड़ (आईएसपीआरएल) की स्थापना की है जो पेट्रोलियम और गैस मंत्रालय के अंतगर्त एक विशेष प्रयोजन कंपनी के रूप में काम कर रही है। पेट्रोलियम भंडारण में और सुधार लाने के लिए केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 6.5 टन के अतिरिक्त पेट्रोलियम भंडारों की स्थापना का अनुमोदन किया जिससे 12 दिन के लिए अतिरिक्त आपूर्ति हो सकेगी। उन्होंने बताया कि ये भंडार ओडिशा में चांदकीखोल और कर्नाटक में पाडुर में बनाए जाएंगे।