- अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2018 और 2019 में भारत में बेरोजगारी दर 3.5 प्रतिशत रहेगी। वर्ष 2016 व 2017 में भी बेरोजगारी दर इतनी ही थी।
- आईएलओ के अनुसार वर्ष 2019 में भारत में बेरोजगार लोगों की संख्या 18.9 मिलियन (1.89 करोड़) होगी जबकि वर्ष 2018 में बेरोजगार लोगाें की संख्या 18.6 मिलियन (1.86 करोड़) थी।
- आईएलओ के अनुसार भारत में उच्च शिक्षा देने वाली संस्थाओं की बढ़ती संख्या के बावजूद अच्छे या गुणवतापूर्ण संस्थानों की कमी है। इस वजह से अच्छे संस्थानों में नामांकन लेना काफी कठिन है। ये संस्थान बेहतर छात्र-फैकल्टी अनुपात बनाए रखना चाहते हैं ताकि शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित नहीं हो। स्वाभाविक है कि इन संस्थानों में, जो कम हैं, एडमिशन लेना कठिन है।
- अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन की रिपोर्ट यह भी कहती है कि भारत में स्व-वित्त पोषित उच्च शिक्षण संस्थान कुकुरमुत्ते की तरह उग आए हैं जहां आधारिक संरचना के साथ उच्च गुणवत्ता वाले फैकल्टी का अभाव है। यही वजह है कि ऐसे संस्थानों से निकले बच्चे रोजगार प्राप्ति के योग्य नहीं होते। वे अर्थव्यवस्था के लिए निकासी बन जाते है। रिपोर्ट यह भी कहती है कि इस वजह से भारत का कथित जनांकिकीय लाभांश जनांकिकीय कमजोरी बन जाने की आशंका से ग्रस्त है।