वैज्ञानिकों ने मध्य अरुणाचल प्रदेश से व्हाइट-चीक्ड मकाक (Macaca leucogenys) की उपस्थिति दर्ज की है। इस खोज के साथ ही भारत में स्तनपायी की सूची में एक नए अतिथि का प्रवेश हुआ है।
- उल्लेखनीय है कि इस प्रजाति की खोज 2015 में दक्षिणपूर्वी तिब्बत के मोडोग क्षेत्र के चीनी वैज्ञानिकों के एक समूह ने की थी। जहां तक भारत का संबंध है, वर्ष 2015 में अरुणाचल प्रदेश के अंजॉ जिले से फोटोग्राफिक कैप्चर की एक घटना के बाद इस प्रजाति को नहीं देखा गया या रिपोर्ट नहीं किया गया।
- बाद में, मुकेश ठाकुर के नेतृत्व में जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ZSI) के वैज्ञानिकों ने कुछ मल एकत्र किए। मध्य अरुणाचल प्रदेश से संग्रहित मल के नमूने डीएनए विश्लेषण पर व्हाइट-चीक्ड मकाक (White-Cheeked Macaque) निकले।
- चीन से लगभग 197 किमी दूर पश्चिम सियांग से व्हाइट-चीक्ड मकाक की सूचना मिली थी।
- व्हाइट-चीक्ड मकाक इस क्षेत्र में पाए जाने वाले अन्य मकाकों से अलग होते हैं, जो सफेद गाल, गर्दन के क्षेत्र पर लंबे और घने बाल और लंबी पूंछ युक्त हैं।
- व्हाइट-चीक्ड मकाक , अरुणाचल मकाक, असमिया मकाक (मकाका एसामेंसिस) और रीसस मकाक (मकाका मुल्टा) इस लैंडस्केप से रिपोर्ट किए गए है।
- भारत से रिपोर्ट किए गए स्तनधारियों की संख्या अब 434 है।
- व्हाइट-चीक्ड मकाक को अभी तक भारत के वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 में शामिल नहीं किया गया है।