प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर 26 मई 2021 को वर्चुअल वेसाक वैश्विक समारोह में मुख्य भाषण दिया।
- प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष उन्होंने वेसक दिवस कार्यक्रम को उन सभी अग्रिम मोर्चे के योद्धाओं को समर्पित किया था, जो कोविड-19 महामारी के खिलाफ मानवता को बचाने की जंग कर रहे थे।
- प्रधानमंत्री ने कहा कि भगवान बुद्ध के जीवन के चार प्रकरण हैं, जिन्होंने मानव पीड़ा का उन्मूलन करने के लिये उन्हें प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष तमाम लोग और संगठन मानव पीड़ा को दूर करने के लिये एक-साथ उठ खड़े हुये थे।
- दुनिया भर के बौद्ध अनुयायियों और बौद्ध संगठनों ने उपकरणों और सामग्री का भरपूर योगदान किया था। उन्होंने कहा कि ऐसा कर्म भगवान बुद्ध के उपदेश “भवतु सब्ब मंगलम्” (सबके लिये भलाई, करुणा और कल्याण) के अनुरूप है।
- यह कार्यक्रम संस्कृति मंत्रालय द्वारा अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (आईबीसी) के सहयोग से आयोजित किया गया और इसमें दुनिया भर के बौद्ध संघों के सभी सर्वोच्च प्रमुखों की भागीदारी रही । दुनिया भर के 50 से अधिक प्रमुख बौद्ध धर्मगुरु इस समारोह को संबोधित किया।
वेसाक
- वेसाक, मई के महीने में पूर्णिमा का दिन, दुनिया भर के लाखों बौद्धों के लिए सबसे पवित्र दिन है। ढाई सहस्राब्दी पहले, 623 ईसा पूर्व जिस दिन बुद्ध का जन्म हुआ था वेसाक का दिन था। ।
- वेसाक के दिन ही बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी, और वेसाक के दिन ही बुद्ध अपने 80वें वर्ष में गुजर गए थे।
- संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1999 के अपने संकल्प 54/115 द्वारा, दुनिया के सबसे पुराने धर्मों में से एक, बौद्ध धर्म ने ढाई सहस्राब्दियों से अधिक समय से जो योगदान दिया है, उसे स्वीकार करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वेसाक दिवस को मान्यता दी है।