- 27 अगस्त, 2018 को जैव ईंधन के मामले में भारत के लिए ऐतिहासिक दिन के रूप में याद रखा जाएगा। इसी दिन जैव ईंधन चालित देश के प्रथम विमान ने उड़ान भरा।
- स्पाइस जेट का यह विमान 27 अगस्त, 2018 को देहरादून से उड़ान भरा तथा इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, दिल्ली में लैंडिंग की। दिल्ली में कई केंद्रीय मंत्रियों ने इस विमान का स्वागत किया। इनमें केंद्रीय परिवहन मंत्री श्री नीतिन गडकरी, पेट्रोलियम मंत्री श्री धमेंद्र प्रधान, केंद्रीय उड्डयन मंत्री श्री सुरेश प्रभू, पर्यावरण मंत्री श्री हर्षवर्धन तथा उड्डयन राज्य मंत्री श्री जयंत सिन्हा शामिल थे।
- भारत में अपने तरह के इस प्रथम प्रयोग के लिए जैव ईंधन देहरादून स्थित भारतीय पेट्रोलियम संस्थान ने तैयार किया था।
- केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री के अनुसार परिवहन एवं उड्डयन क्षेत्र में देश में सतत एवं वैकल्पिक ईंधन को प्रोत्साहित करने की दिशा में यह एक उल्लेखनीय प्रयास है जिसे राष्ट्रीय जैव ईंधन नीति का हिस्सा बनाया गया है।
- स्पाइसजेट ने अपने 78 सीटर क्यू400 टबरे प्रॉप विमान के जरिये देहरादून से दिल्ली के बीच सफल उड़ान भर कर यह उपलब्धि हासिल किया। इस विमान में ईंधन के तौर पर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम द्वारा जेट्रोफा यानी रतनजोत के बीजों से विशेष रूप से तैयार 25 प्रतिशत जैव ईंधन मिलाया गया।