तीन वैज्ञानिकों को ऑक्सीजन पर खोज के लिए मिला 2019 का चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार


तीन वैज्ञानिकों; विलियम काइलिन जूनियर (यूएसए), सर पीटर रैटक्लिफ (यूनाइटेड किंगडम) एवं ग्रेग सेमेंजा (यूएसए) को वर्ष 2019 का चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार ( Nobel Prize for Physiology or Medicine ) देने की घोषणा की है।
उपर्युक्त तीनों वैज्ञानिकों को शरीर के भीतर ऑक्सीजन स्तरों में परिवर्तन के प्रति मानव कोशिकाओं की प्रतिक्रिया पर उल्लेखनीय खोज (hypoxia program) के लिए फिजियोलॉजी या चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा की गई।
उपर्युक्त तीनों उस मॉलेक्युलर मशीनरी की पहचान की जो शरीर के भीतर ऑक्सीजन के विभिन्न स्तरों की प्रतिक्रिया में जीन की गतिविध को नियंत्रित करती हैं।
7 अक्टूबर, 2019 को स्टॉकहोम में कारोलिंस्का इंस्टीट्यूट में पुरस्कार की घोषणा करते वक्त पुरस्कार कमेटी ने कहा कि उपर्युक्त तीनों वैज्ञानिकों की खोज से एनीमिया, कैंसर एवं अन्य कई रोगों के इलाज के लिए नई रणनीतियां विकसित करने में मदद मिलेगी।

चिकित्सा नोबेल पुरस्कार से जुड़े तथ्य

  • इस पुरस्कार के तहत 9 मिलियन स्वीडिश क्राउंस (913000 डॉलर) की राशि प्रदान की जाती है।
  • प्रतिवर्ष सर्वप्रथम चिकित्सा के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा की जाती है।
  • वर्ष 1901 से 2019 के बीच चिकित्सा के 110 नोबेल पुरस्कार प्रदान किए जा चुके हैं।
  • अभी तक 12 महिलाओं को चिकित्सा का नोेबेल पुरस्कार प्राप्त हो चुका है।
  • चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले फ्रेडरिक जी बैंटिंग (32 वर्ष) सबसे युवा तथा प्योटन रोउस (87 वर्ष) सबसे उम्रदराज व्यक्ति हैं।

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