मनीषा कुलश्रेष्ठ को ‘स्वप्नपाश’ के लिए 28वां बिहारी पुरस्कार

  • साहित्यकार मनीषा कुलश्रेष्ठ को 28वां बिहारी पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।
  • उन्हें यह पुरस्कार उनकी कृति ‘स्वप्नपाश’ के लिए दिया जाएगा। यह पुस्तक शिजोफ्रेनिया की अंधेरी दुनिया के भीतर जाने का प्रयास करती है।
  • मनीषा कुलश्रेष्ठ, जिनका जन्म 26 अगस्त, 1967 को जोधपुर में हुआ था, को वर्ष 2018 के लिए बिहारी पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।
  • उनकी प्रमुख पुस्तकों में शामिल हैं कठपुतलियां, कुछ भी रोमानी नहीं, केयर ऑफ स्वात घाटी, गंधर्व गाथा इत्यादि।
    बिहारी पुरस्कार के.के. बिड़ला फाउंडेशन द्वारा प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार की स्थापना 1991 में की गई थी।
  • यह पुरस्कार किसी राजस्थानी लेखक/लेखिका द्वारा विगत 10 वर्षों में प्रकाशित हिंदी या राजस्थानी की किसी रचना के लिए दिया जाता है।
  • इस पुरस्कार के तहत विजेताओं को 2,50,000 रुपए की राशि पुरस्कारस्वरूप प्रदान की जाती है।

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