सेवानिवृत न्यायाधीश एम. शर्मा के नेतृत्व वाली 12 सदस्यीय समिति ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2019 के विजेताओं के नामों की घोषणा की. विजेताओं की सूची इस प्रकार है
खेल रत्न पुरस्कार 2019
- दीपा मलिक
- बजरंग पूनिया
- पूनिया ने एशियन और कॉमनवेल्थ खेलों में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता था। दीपा ने 2016 में रियो पैरालिंपिक में शॉट पुट की एफ-53 कैटेगरी में रजत पदक जीता था।
अर्जुन पुरस्कार 2019
- रवींद्र जडेजा
- पूनम यादव,
- तेजिंदर पाल सिंह तूर
- मोहम्मद अनस
- स्वपना बर्मन
- फुटबॉलर गुरप्रीत सिंह संधू
- हॉकी खिलाड़ी सी.सिंह कंगुजम
- शूटर अंजुम मुदगिल
द्रोणाचार्य अवॉर्ड 2019
- बैडमिंटन कोच विमल कुमार
- टेबल टेनिस कोच संदीप गुप्ता
- एथलेटिक्स कोच मोहिंदर सिंह ढिल्लो
लाइफ टाइम अवॉर्ड 2019
- हॉकी के मेजबान पटेल,
- रामबीर सिंह खोखर (कबड्डी)
- संजय भारद्वाज (क्रिकेट)
राष्ट्रीय खेल पुरस्कार
- राष्ट्रीय खेल पुरस्कार प्रत्येक वर्ष खेलों में मान्यता प्रदान करने और उत्कृष्टता को पुरस्कृत करने के लिए दिए जाते हैं।
- राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार किसी खेल में खिलाड़ी के चार वर्षों से अधिक शानदार और असाधारण प्रदर्शन के लिए दिया जाता है।
- अर्जुन पुरस्कार चार वर्षों के लिए लगातार असाधारण प्रदर्शन करने के लिए दिया जाता है, द्रोणाचार्य पुस्कार कोच को प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों में पदक विजेता तैयार करने के लिए दिया जाता है, ध्यानचंद पुरस्कार खेल के विकास में आजीवन योगदान के लिए दिया जाता है और राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार कंपनियों (निजी और सार्वजनिक क्षेत्र दोनों) तथा व्यक्तियों को दिए जाते हैं जो खेल के प्रोत्साहन और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- अंतर-विश्वविद्यालय टूर्नामेंट में सम्रग रूप से शीर्ष प्रदर्शन करने वाले विश्वविद्यालय को मौलाना अबुल कलाम आजाद (एमएकेए) ट्रॉफी दी जाती है।
- राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार प्राप्त करने वाले को पदक और प्रशस्ति पत्र के अतिरिक्त 7.5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाता है। अर्जुन, द्रोणाचार्य तथा ध्यानचंद पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रत्येक खिलाड़ियों को लघुप्रतिमाएं, प्रमाण पत्र और पांच लाख रुपये का नकद पुरस्कार, राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार एक ट्रॉफी और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। अंतर-विश्वविद्यालय टूर्नामेंट में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले विश्वविद्यालय को एमएकेए ट्रॉफी, 10 लाख रुपये का पुरस्कार और प्रमाण पत्र दिया जाता है।