- लोकतांत्रिक गणराज्य कांगो ने 29 जून, 2018 को माउंटेन गुरिल्ला के पर्यावास विरूंगा एवं सालोंगा वन्य जीव अभ्यारण्यों में तेल खनन की अनुमति दे दी है।
- कांगो सरकार के इस कदम का पर्यावरणविद् विरोध कर रहे हैं। उनके मुताबिक इससे न केवल वन्यजीव प्रभावित होंगे वरन् वैश्विक तापवृद्धि में भी वृद्धि होगी।
- विरूंगा एवं सालोंगा वन्य जीव अभ्यारण्य यूनेस्को विश्व विरासत स्थल (UNSECO World Heritage Sites) हैं।
- विरूंगा राष्ट्रीय उद्यान (Virunga National Park) विश्व की आधी से अधिक माउंटेन गोरिल्ला (mountain gorillas) का पर्यावास है।
- वहीं सालोंगा राष्ट्रीय उद्यान (Salonga National Park)आमेजन के पश्चात विश्व का दूसरा सबसे बड़ा वर्षा वन (world’s second-largest rainforest) है और यहां बोनोबोस (चिम्पाजी), जंगली हाथी व कांगो मयूर रहते हैं।