G-20 शिखर सम्मेलन रोम में 30 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2021 के बीच आयोजित किया गया । प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने शिखर सम्मेलन में भाग लिया।
- वर्ष 2014 के बाद प्रधानमंत्री के लिये यह आठवां जी-20 शिखर सम्मेलन था तथा 2019 में ओसाका शिखर सम्मेलन के बाद वे पहली बार व्यक्तिगत रूप से इसमें शामिल हुये हैं।
- इस बार के शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता इटली ने की थी और उसकी विषयवस्तु (Theme) ‘पीपुल, प्लेनेट, प्रॉस्पैरिटी’ थी, जिसमें स्वास्थ्य, अर्थव्यवस्था, रोजगार, शिक्षा, पर्यटन और जलवायु परिवर्तन से मुकाबला करने सहित महामारी से उबरना शामिल था।
- शिखर सम्मेलन “रोम नेताओं की घोषणा पत्र* को अपनाने के साथ समाप्त हुआ। G20 देशों ने 2015 के पेरिस समझौते में निर्धारित लक्ष्यों के लिए खुद को प्रतिबद्ध किया – जिसमे पूर्व-औद्योगिक स्तरों पर ग्लोबल वार्मिंग को 2 डिग्री सेल्सियस और अधिमानतः 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने का लक्ष्य रखा गया है ।
- हालाँकि, कोई समयबद्ध समझौता नहीं हुआ और शिखर सम्मेलन का समापन जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने के लिए प्रति वर्ष $ 100 बिलियन प्रदान करने और COVID-19 महामारी से लड़ने के लिए अधिक से अधिक वैक्सीन समानता पर जोर देने के साथ हुआ।
- सम्मलेन के अन्य मुख्य उपलब्धियों में शामिल हैं विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा दुनिया के लिए “वन हेल्थ अप्रोच” के तहत अधिक टीकों की मान्यता को आगे बढ़ाना और दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील और अर्जेंटीना में “एमआरएनए हब” वैक्सीन उत्पादन के लिए वित्त और प्रौद्योगिकी प्रदान करना।
- इंडोनेशिया वर्ष 2022 में G20 की मेजबानी करेगा और भारत 2023 में इसका मेजबान देश होगा।
- G20 का जन्म 1999 में दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नरों के बीच एक परामर्श मंच के रूप में हुआ था। 2008 के आर्थिक संकट के बाद, यह प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर समन्वय में सुधार लाने के उद्देश्य से देशोंऔर सरकार के प्रमुखों के बीच एक मंच बन गया। G20 विश्व की 60 प्रतिशत जनसंख्या और 80 प्रतिशत वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का प्रतिनिधित्व करता है।
CLICK HERE DAILY CURRENT AFFAIRS QUIZ FOR UPPCS, BPSC, RPSC, JPSC, MPPSC PT EXAM