- बोटैनिकल सर्वे ऑफ इंडिया के वैज्ञानिकों ने पश्चिम बंगाल के दो उद्यानों; बुक्सा एवं जल्दापाड़ा में पौधा की एक नई प्रजाति की पहचान की है।
- इस पौधा का नाम है; ड्राइपेटेस कलामी’ (Drypetes kalamii) ।
- भारत के पूर्व राष्ट्रपति व परमाणु वैज्ञानिक एपीजे अब्दुल कलाम के सम्मान में इसे उनका नाम दिया गया है।
मुख्य विशेषताएं
- यह फूल की एक छोटी से झाड़ी है और अपने निकट संबंधी ड्राइपेटेस एलिसी का छोटा रूप है।
- एक केवल 1 मीटर लंबी है।
- यह एकलिंगी प्रजाति है जिसका मतलब यह हुआ कि इसमें नर व मादा प्रजाति अलग-अलग हैं।
- ड्राइेपेटेस की अन्य प्रजातियों की तुलना में इसके पत्ते, फूल व फल की संरचना भिन्न है।
- चिकित्सीय पौधा पुत्रजीवा का यह निकट संबंधी है।
- यह गीले व छायांकित क्षेत्र में प्राप्त होती है।
- इसका फूल पीले रंग का होता है जबकि फल नारंगी या लाल रंग का।
- यह पौधा बुक्सा नेशनल पार्क व जल्दापाड़ा नेशनल पार्क का नेटिव है।
- इस पादप प्रजाति को आईयूसीएन की विकट संकटापन्न (सीआर) सूची में शामिल किया जा सकता है क्योंकि यह उसकी शतों को पूरा करती है।
- ज्ञातव्य है कि ड्राइपेटेस ‘पुत्रन्जीवासीया’ (Putranjivanceae) परिवार से संबंध रखता है।
- पूरे विश्व में इसकी 220 प्रजातियों की पहचान हुयी है।
- इन 220 प्रजातियों में भारत में 20 पायी जाती हैं।