- केंद्रीय इस्पात और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने 23 सितम्बर 2019 को इस्पात मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली में आयोजित “चिंतन शिविर : जीवंत, दक्ष और वैश्विक तौर पर प्रतिस्पर्धी भारतीय इस्पात क्षेत्र ” में भाग लिया।
- इस आयोजन का उद्देश्य भारतीय इस्पात क्षेत्र को ज्यादा जीवंत, दक्ष और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने की योजना पर विचार मंथन करने के लिए सभी हितधारकों को एक साथ लाना है।
- पैट्रोलियम और प्राकृतिक गैस तथा इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि देश में इस्पात का उत्पादन 1990 के दो करोड़ बीस लाख टन से बढ़कर दस करोड़ चालीस लाख टन हो गया है।
- इस अवसर पर इस्पात मंत्रालय के नए लोगो “इस्पाती इरादा” का शुभारंभ भी किया गया. केंद्रीय मंत्री के मुताबिक सभी को देश में इस्पात के उचित उपयोग को बढ़ावा देने के लिए इस्पाती इरादा के साथ काम करना होगा और समाज को ज्यादा शक्तिशाली बनाना होगा।
- “इस्पाती इरादा” अभियान का लक्ष्य देश में इस्पात के उपयुक्त उपयोग को बढ़ावा देना तथा समाज को और अधिक बल प्रदान करना है। इस्पात मंत्रालय की ब्रैंड एंबेसडर पी.वी.सिंधु ने वीडियो संदेश के माध्यम से इस्पाती इरादा अभियान के शुभारंभ पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री की ओर से किए गए एकल उपयोग वाले प्लास्टिक के उन्मूलन के आह्वान पर बल दिया।