अक्सरहां जब हम ‘शून्य दिवस’ या ‘डे जीरो’ (Day Zero) की बात सुनते हैं तो हमारे दिलोदिमाग में कंप्यूटर के उन भावी खतरों की चित्र खींच जाती है जिसका समाधान अभी खोजा नहीं गया है। पर दक्षिण अफ्रीकी शहर केपटाउन इन दिनों किसी और ‘डे जीरो’ का सामना कर रहा है। दरसअल दक्षिण अफ्रीका का केपटाउन शहर इन दिनों ‘शून्य दिवस’ जल संकट से गुजर रहा है। शहर पर जल संकट इस कदर गहराया हुआ है कि लोगों के दैनिक जल उपभोग का कोटा निर्धारित कर दिया गया है।
क्या है संकटः टेबल माउंटेन से घिरा केपटाउन को कभी ‘केमिसा’ (Camissa) कहा जाता था जिसका मतलब होता है ‘मीठे जल की जगह’। ऐसा इसके पर्याप्त प्राकृतिक जल संसाधन स्रोतों के कारण नाम दिया गया था। इस जल का प्रमुख स्रोत शीतकालीन वर्षा रही है परंतु हाल के वर्षों में वर्षा कम हुयी है। इस वजह से यह शहर विगत तीन वर्षों से भयंकर सूखे की चपेट में है। ऐसा अनुमान लगाया गया है कि 21 अप्रैल, 2018 को केपटाउन में ‘डे जीरो’ आ जाएगा। यह वह दिवस होगा जिस दिन शहर को जल की आपूर्ति करने वाले सभी जल भंडारों की संयुक्त क्षमता 13.5 प्रतिशत से नीचे आ जाएगी। वैसे कुछ लोग तो इसके पहले ही आने की चेतावनी दे रहे हैं।
जल प्रबंधनः शहर के अधिकारियों ने इस संकट के मद्देनजर शहर के सभी निवासियों के लिए 25 लीटर दैनिक जल का कोटा निश्चित कर दिया है जो उन्हें 200 से अधिक जल वितरण केंद्रों पर लाइन लगाकर लेना पड़ेगा।