- प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 28 फ़रवरी 2018 को ‘प्रगति’ के जरिए 24वीं वार्ता की अध्यक्षता की।
- यह ‘प्रो-एक्टिव गर्वनेंस एंड टाइमली इंप्लीमेंटेशन’ (प्रगति) के लिए सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी आधारित बहुविध मंच है।
- इसके पूर्व प्रगति की 23 बैठकों के दौरान कुल 208 परियोजनाओं की समीक्षा की गयी थी। ये परियोजनाएं कुल 9.46 करोड रुपये के निवेश वाली हैं। 17 क्षेत्रों में लोक शिकायतों के निपटारे की भी समीक्षा की गयी।
- 24वीं बैठक में प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड में केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्य की प्रगति का जायजा लिया। उत्तराखंड राज्य सरकार ने द्रोण इमेजरी के जरिए निर्माण कार्य की प्रगति का बयोरा पेश किया।
- प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के क्रियान्वयन की प्रगति की समीक्षा की।
क्या है प्रगति?
- प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 25 मार्च 2015 को अपनी महत्वाकांक्षी बहु-उद्देशीय का शुभारंभ किया था
- यह मल्टीमॉडल प्लेटफॉर्म-प्रगति- (प्रोएक्टिव गवर्नेंस तथा समयबद्ध कार्यान्वयन) (PRAGATI-Pro-Active Governance And Timely Implementation)। प्रगति जोड़ने वाला और संवादमूलक अनूठा प्लेटफॉर्म है।
- इसका उद्देश्य आम जन की शिकायतों का समाधान करना और साथ-साथ भारत सरकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रम और परियोजनाओं तथा राज्य सरकार के परियोजनाओं की निगरानी और समीक्षा करना है। प्रगति इन सभी तीन पक्षों को मंच प्रदान करती है।
- उठाए जाने वाले मामले प्रगति दिवस यानी प्रत्येक माह के तीसरे बुधवार से सात दिन पहले अपलोड किए जाते हैं।
- ऐप्लीकेशन के उपयोग के साथ ही केंद्र सरकार के विभिन्न सचिव तथा राज्यों के मुख्य सचिव मामलों को देख सकते हैं।
- केंद्र सरकार के विभिन्न सचिवों तथा राज्यों के मुख्य सचिवों को मामला समक्ष आने के तीन दिन के अंदर यानी अगले सोमवार को मामले पर अपनी राय और ताजा कार्रवाई की जानकारी देनी होती है.
- इस प्रणाली की डिजाइनिंग प्रधानमंत्री कार्यालय की टीम ने नेशनल इंफार्मेटिक्स सेंटर (एनआईसी) की सहायता से की है। प्रगति नाम प्रोएक्टिव गवर्नेंस तथा समयबद्ध कार्यान्वयन की संस्कृति शुरू करने का सुझाव देता है।