- चीन के मौजूदा राष्ट्रपति शी जिनपिंग को जीवन भर के लिए राष्ट्रपति बने रहने के प्रस्ताव को चीनी संसद् ने मंजूरी दे दी।
- चीन की संसद ने किसी व्यक्ति के पांच-पांच वर्ष के अधिकतम दो कार्यकाल तक राष्ट्रपति संबंधी दो दशक पुराने प्रावधान को समाप्त करने संबंधी प्रस्ताव को 11 मार्च, 2018 को पारित कर दिया।
- चीन की राजधानी बीजिंग में नेशनल पिपुल्स कांग्रेस-चीन का विधानमंडल की बैठक में इस प्रस्ताव का कुल 2964 सदस्यों में से दो-तिहाई सदस्यों ने समर्थन किया। केवल दो सदस्यों ने इस प्रस्ताव का विरोध किया जबकि दो सदस्य अनुपस्थित रहे।
- अंतरराष्ट्रीय मामलों के विशेषज्ञों के मुताबिक इस तरह के संशोधन के लिए दो-तिहाई बहुमत की जरूरत थी जो कि महज एक औपचारिकता भर थी।
- इससे पहले सात सदस्यीय स्थायी कमेटी, जो कि सत्ताधारी चीनी कम्युनिष्ट पार्टी का सर्वोच्च निकाय है, ने निर्विरोध इस मत का समर्थन कर दिया था।
- ज्ञातव्य है कि दो कार्यकाल के राष्ट्रपति संबंधी प्रावधान तानाशाही को रोकने तथा एकदलीय शासन व्यवस्था में सामूहिक नेतृत्व की भावना के लिए किया गया था।
- 64 वर्षीय शी जिनपिंग अभी राष्ट्रपति के दूसरे कार्यकाल में हैं और उनका दूसरा कार्यकाल वर्ष 2023 में समाप्त होना था।
- इस तरह से चीनी साम्यवादी पार्टी के संस्थापक माओ जेडांग के पश्चात शी जिनपिंग देश के सर्वाधिक शक्तिशाली नेता हो गये हैं। वे अब चीन में वस्तुतः सभी संस्थानों के अध्यक्ष हैं।
- हालांकि दीर्घकाल में इसके दुष्परिणाम भी सामने आने की आशंका जतायी जा रही है। कहा जा रहा है कि इस संशोधन के माध्यम से शी जिनपिंग ने खुद को राजनीतिक तौर पर कमजोर कर लिया है। इस कदम से राजनीतिक संघर्ष की शुरुआत हो सकती है।