क्या: नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी ऑफ़ इंडिया
किसने: प्रकाश जावडेकर
कब: 19 जून 2018
- केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री श्री प्रकाश जावडेकर ने 19 जून 2018 को नई दिल्ली में राष्ट्रीय पठन-पाठन दिवस (National Reading Day) के अवसर पर ‘भारतीय राष्ट्रीय डिजिटल लाइब्रेरी’ का शुभारंभ किया।
- सूचना व संचार तकनीक (एनएमईआरसीटी) के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा मिशन के तत्वावधान में भारतीय राष्ट्रीय डिजिटल लाइब्रेरी -एनडीएलआई (National Digital Library of India-NDLI), मानव संसाधन विकास मंत्रालय की एक परियोजना है।
- एनडीएल का लक्ष्य देश के सभी नागरिकों को डिजिटल शिक्षण संसाधन उपलब्ध कराना है तथा ज्ञान प्राप्ति के लिए उन्हें सशक्त, प्रेरित और प्रोत्साहित करना है।
- आईआईटी खड़गपुर ने भारतीय राष्ट्रीय डिजिटल लाइब्रेरी को विकसित किया है।
- एनडीएल भारत तथा विदेशों के शिक्षा संस्थानों से अध्ययन सामग्री एकत्र करने का एक प्लेटफॉर्म है।
- यह एक डिजिटल पुस्तकालय है, जिसमें पाठ्य पुस्तक, निबंध, वीडियो-आडियो पुस्तकें, व्याख्यान, उपन्यास तथा अन्य प्रकार की शिक्षण सामग्री शामिल है।
- इस डिजिटल लाइब्रेरी को देश के लिए समर्पित करने के साथ ही डिजिटल भारत के एक नये युग की शुरूआत हो गई है। कोई भी व्यक्ति, किसी भी समय और कहीं से भी राष्ट्रीय डिजिटल लाइब्रेरी का उपयोग कर सकता है। यह सेवा नि:शुल्क है और ‘पढ़े भारत, बढ़े भारत’ के संदर्भ में सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
- एनडीएलआई में 200 भाषाओं में 160 स्रोतों की 1.7 करोड़ अध्ययन सामग्री उपलब्ध है। लाइब्रेरी के अंतर्गत 30 लाख उपयोगकर्ताओं का पंजीयन हुआ है और हमारा लक्ष्य है कि प्रति वर्ष इस संख्या में 10 गुनी वृद्धि हो।
- वेबसाइट के अलावा एनडीएल मोबाइल एप पर भी उपलब्ध है। एनडीएलआई मोबाइल एप पूरे देश के पुस्तकालयों और यहां तक कि विदेशी पुस्तकालयों को डिजिटल सामग्री उपलब्ध कराता है। इस एप को 6.70 लाख बार डाउनलोड किया गया है। यह एप आईफोन और एंड्रायड दोनों में उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध है। उपयोगकर्ता विषय, स्रोत, सामग्री का प्रकार आदि के माध्यम से विषय वस्तु ढूंढ सकते हैं। अभी यह एप तीन भाषाओं में उपलब्ध है-अंग्रेजी, हिंदी और बांग्ला।
- संस्कृति मंत्रालय द्वारा संचालित होने वाले भारत के राष्ट्रीय आभासी पुस्तकालय (National virtual Library of India) के साथ मानव संसाधन विकास मंत्रालय की राष्ट्रीय डिजिटल लाइब्रेरी भारत को विश्व स्तर पर पहचान बनाने में सक्षम बनाएगी।
- राष्ट्रीय आभासी पुस्तकालय के तहत कला, संगीत, नृत्य, संस्कृति, रंगमंच, विज्ञान और प्रौद्योगिकी से लेकर शिक्षा, पुरातत्व, साहित्य, संग्रहालयों तक सैकड़ों क्षेत्रों को कवर करने वाले संसाधनों के साथ एक विशाल ऑनलाइन लाइब्रेरी स्थापित की गई है। यह कार्यक्रम संस्कृति मंत्रालय के पुस्तकालयों पर आधारित राष्ट्रीय मिशन का एक हिस्सा है।