भारत ने वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान अब तक का सर्वाधिक 81.72 अरब अमेरिकी डॉलर का कुल एफडीआई प्रवाह आकर्षित किया है और यह पिछले वित्त वर्ष 2019-20 में आकर्षित किए गए कुल एफडीआई (74.39 अरब अमेरिकी डॉलर) की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है।
- · एफडीआई इक्विटी प्रवाह में पिछले वर्ष वित्त वर्ष 2019-20 (49.98 अरब अमेरिकी डॉलर) की तुलना में वित्त वर्ष 2020-21 (59.64 अरब अमेरिकी डॉलर) में 19% की वृद्धि दर्ज की गई है।
- शीर्ष निवेशक देशों की दृष्टि से वित्त वर्ष 2020-21 में ‘सिंगापुर’ 29% के साथ शीर्ष पर है, इसके बाद संयुक्त राज्य अमेरिका (23%) और मॉरीशस (9%) का नंबर आता है।
- कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर’ वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान कुल एफडीआई इक्विटी प्रवाह में लगभग 44% हिस्सेदारी के साथ शीर्ष सेक्टर के रूप में उभर कर सामने आया है। इसके बाद क्रमश: निर्माण (इन्फ्रास्ट्रक्चर या अवसंरचना) गतिविधियों (13%) और सेवा क्षेत्र या सर्विस सेक्टर (8%) का नंबर आता है।
- ‘कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर’ सेक्टर के तहत वित्त वर्ष 2020-21 में प्रमुख एफडीआई प्रवाह प्राप्तकर्ता राज्य क्रमश: गुजरात (78%), कर्नाटक (9%) और दिल्ली (5%) हैं।
- वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान गुजरात कुल एफडीआई इक्विटी प्रवाह में 37% हिस्सेदारी के साथ शीर्ष प्राप्तकर्ता राज्य है। इसके बाद क्रमश: महाराष्ट्र (27%) और कर्नाटक (13%) का नंबर आता है।
- वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान गुजरात में अधिकांश इक्विटी प्रवाह ‘कंप्यूटर सॉफ्टवेयर एवं हार्डवेयर’ (94%) और ‘निर्माण (अवसंरचना) गतिविधियां’ (2%) सेक्टरों में हुआ है।
- वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान पिछले वर्ष की तुलना में निर्माण (अवसंरचना) गतिविधियां, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर एवं हार्डवेयर, रबर के सामान, खुदरा व्यापार, दवाएं एवं फार्मास्यूटिकल्स और विद्युत उपकरण जैसे प्रमुख सेक्टरों में इक्विटी प्रवाह में 100% से भी अधिक की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है।
- वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान इक्विटी प्रवाह में प्रतिशत वृद्धि की दृष्टि से शीर्ष 10 देशों में सऊदी अरब शीर्ष निवेशक है। सऊदी अरब ने पिछले वित्त वर्ष में किए गए 89.93 मिलियन अमेरिकी डॉलर की तुलना में वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 2816.08 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश किया।
- वित्त वर्ष 2019-20 की तुलना में वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान क्रमशः अमेरिका और ब्रिटेन से एफडीआई इक्विटी प्रवाह में 227% और 44% की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई।