क्याः तेजस द्वारा बीवीआर मिसाइल दागा जाना
कहांः गोवा
कबः 27 अप्रैल, 2018
- देश में ही विकसित भारत का हल्का लड़ाकू विमान तेजस ने 27 अप्रैल, 2018 को हवा से हवा में मार करने वाली ‘दृश्यता से परे क्षेत्र’ यानी वीवीआर (Beyond Visual Range-BVR) मिसाइल को सफलतापूर्वक दागकर एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की।
- मिसाइल को गोवा तट फायरिंग रेंज से उड़ान भरते तेजस से दागा गया।
- इसके साथ ही तेजस ने प्रभावी लड़ाकू जेट के रुप में अपनी संपूर्ण क्षमता का प्रदर्शन कर लिया है।
तेजस के बारे में
- तेजस भारत में डिजाइन की हुयी, विकसित एवं विनिर्मित प्रथम एडवांस फ्रलाइ-बाय-वायर (एफबीडब्ल्यू) एयरक्राफ्रट है।
- इसका विकास एयरोनॉटिकल विकास एजेंसी (एडीए) द्वारा किया गया है जबकि निर्माण हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने किया है।
- इस मिग-21 के स्थानापन्न हेतु विकसित किया गया है।
- ग्लास कॉकपीट युक्त तेजस चौथी प्लस पीढ़ी का वायुयान है और यह उपग्रह समर्थित अत्याधुनिक नौवहन प्रणाली से लैस है।
- भारतीय लाइट कौम्बैट एयर क्राफ्ट, ‘तेजस ‘ छोटा, हल्का, एक इंजनवाला, एक सीट, सुपरसोनिक और बहुआयामी होने के साथ ही विश्व में अपनी श्रेणी का एक उत्तम युद्धक विमान है।
- इसमें चार गुना डिजिटल, तार युक्त नियंत्रण प्रणाली तथा पर्याप्त सुरक्षा का ध्यान रखा गया है। तेजस के कोकपिट में उत्कृष्ठ श्रेणी के शीशे का उपयोग कर खुलने वाली प्रणाली अपनाई गई है जो पॉयलेट के अनुकूल रहती है।
- तेजस एयर क्राफ्ट के चार भेदों (कौम्बैट चार भेद) लड़ाकू, प्रशिक्षण एवं नेवल भेदों को, स्थल तथा ढोने के लिए विकसित किया जा रहा है। तेजस के लिए प्रारंभिक परिचालन मंजूरी-1 (आईओसी-1) 10 जनवरी 2011 को प्राप्त की गई थी।
- तेजस को भारतीय वायुसेना के ‘45-स्क्वैड्रन’ में 1 जुलाई, 2016 को शामिल किया गया था। इस स्क्वैड्रन को ‘फ्लाइंग डैगर्स’ भी कहा जाता है।