क्याः गोबर धन योजना
कबः 30 अप्रैल, 2018
कहांः करनाल
क्योंः ग्रामीण स्वच्छता तथा मवेशी व आर्गेनिक अपशिष्ट से धन व ऊर्जा सृजन
- केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री सुश्री उमा भारती ने 30 अप्रैल, 2018 को ‘गोबर धन’ (Galvanizing Organic Bio-Agro Resources DHAN) योजना की शुरुआत की।
- उन्होंने यह योजना हरियाणा के करनाल स्थित नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट में हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री ओम प्रकाश खट्टर की उपस्थिति में आरंभ किया।
- स्कीम ग्रामीण स्वच्छता तथा मवेशी व आर्गेनिक अपशिष्ट से धन व ऊर्जा सृजन का उद्देश्य लेकर चलती है।
- यह स्कीम, जो कि वास्तव में स्वच्छ भारत मिशन का ही हिस्सा है, नये ग्रामीण रोजगार अवसर सृजन के साथ-साथ किसानों एवं अन्य ग्रामीण आबादी की आय में वृद्धि का भी लक्ष्य लेकर चल रही है।
- ज्ञातव्य है कि ग्रामीण भारत में स्वच्छता सृजन हेतु स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के दो घटक हैं; खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) गांव एवं ठोस एवं द्रव अपशिष्टों का प्रबंधन। अब तक देश के 16 राज्य/केंद्र शासित, 374 जिलें तथा 3.5 लाख से अधिक गांव खुल में शौच से मुक्त हो चुके हैं इसलिए अब इस मिशन के दूसरे घटक अर्थात अपशिष्ट प्रबंधन पर बल दिया जा रहा है।
- इस रूप में गोबर धन योजना, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के ओडीएफ प्लस रणनीति का महत्वपूर्ण भाग है।
- गोबर धन योजना के तहत वर्ष 2018-19 में देश भर में 700 बायो-गैस इकाइयों के क्रियान्वयन का लक्ष्य रखा गया है।