- थॉमसन रॉयटर फाउंडेशन द्वारा 26 जून, 2018 को जारी महिला सुरक्षा से संबंधित सर्वेक्षण में भारत को महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित देश बताया गया है।
- भारत की रैंकिंग अफगानिस्तान, डीपीआर कांगो, पाकिस्तान एवं सोमालिया से भी नीचे है।
- इससे पूर्व सात वर्ष पहले महिलाओं के लिए विश्व के पांच सबसे खतरनाक देशों के सर्वेक्षण में भारत को महिलाओं के लिए चौथा सबसे खतरनाक देश बताया गया था।
- सर्वेक्षण में रैंकिंग तैयार करने के लिए महिलाओं के लिए समग्र खतरें से संबंधित मानकों को अपनाया गया, जिनमें स्वास्थ्य, आर्थिक संसाधन व भेदभाव, सांस्कृतिक-जनजातीय-धार्मिक-परंपरागत परंपराएं, यौन हिंसा व मानव तस्करी।
- थॉमसन रॉयटर्स के मुताबिक भारत ने तीन मुख्य मोर्चो एवं खराब प्रदर्शन किए; यौन हिंसा व उत्पीड़न से संबंधित खतरें, सांस्कृतिक-जनजातीय व परंपरागत परंपराएं व मानव तस्करी जिसमें बलात श्रम, लैंगिक दासता व घरेलू दासत्व।
- इस सर्वेक्षण में विश्व बैंक के एक डेटा हवाला दिया गया है जिसके मुताबिक वर्ष 2005 से अब तक 20 मिलियन (2 करोड़) महिलाएं, जो कि पेरिस, न्यूयार्क व लंदन की संयुक्त आबादी के बराबर है, दुर्व्यवहार के कारण कार्य छोड़ चुकी हैं।
- थॉमसन रॉयटर्स के अनुसार निजी क्षेत्र में काम करने वाली कई महिलाएं सुरक्षा कारणों से पब्लिक ट्रांसपोर्ट छोड़कर कंपनी द्वारा उपलब्ध कराई गई टैक्सियों में यात्रा करना आरंभ कर दी।
- हालांकि उपर्युक्त सर्वेक्षण को कई लोग सही नहीं मानते हैं। सोशल मीडिया ट्वीटर पर कई लोग रॉयटर्स के सर्वेक्षण को गलत मानते हैं। एक ट्वीट के मुताबिक ‘सीरिया जहां आईएसआईएस जिहादियों ने महिलाओं को यौन दास बनाकर रखा, अधिक सुररक्षित कैसे हो सकता है?’ हालांकि रॉयटर्स का मानना है कि यह अवधारणा आधारित सर्वेक्षण है जो डेटा पर आधारित नहीं है वरन् विशेषज्ञों की अवधारणाओं पर आधारित है।
महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित देश
रैंक 2018 रैंक 2011
1. भारत 1. अफगानिस्तान
2. अफगानिस्तान 2. डीपीआर कांगो
3. सीरिया 3. पाकिस्तान
4. सोमालिया 4. भारत
5. सऊदी अरब 5. सोमालिया