क्या: स्टडी इन इंडिया पहल
कब: 18 अप्रैल, 2018
क्यों: भारत में अध्ययन करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को आकर्षित करने के लिए
- विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज और मानव संसाधान विकास राज्य मंत्री श्री सत्यपाल सिंह ने संयुक्त रूप से नई दिल्ली में 18 अप्रैल, 2018 को भारत में अध्ययन करने के लिए अंतरराष्ट्रीय छात्रों को आकर्षित करने के लिए ‘स्टडी इन इंडिया’ पहल की शुरुआत की।
- पोर्टल एनएसी और नेशनल इंस्टीट्यूशनल फ्रेमवर्क ‘एनआईआरएफ’ रैंकिंग सर्वोच्च 150 संस्थानों में आवेदन करने के लिए दक्षिण एशिया, अफ्रीका और पश्चिम एशिया के 30 देशों के छात्रों को सक्षम करेगी।
- उद्देश्यः इस पहल का उद्देश्य विदेशी छात्रों के लिए अपनी शिक्षा आगे बढ़ाने के लिए भारत को पसंदीदा देश बनाना है।
- महत्वः अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के स्वागत के लिए स्टडी इन इंडिय एक पहल है। सभी पाठ्यक्रमों और संस्थानों में शिक्षा का माधयम अंग्रेजी होगा।
- स्टडी इन इंडिया’ कार्यक्रम केन्द्रीय पोर्टल www.studyinindia.gov.in के माध्यम से वन-स्टॉप समाधान प्रदान करेगा। वेबसाइट को एक ऐप तथा हेल्पलाइन नम्बर समर्थन देगा। यह वेबसाइट न केवल भारतीय शिक्षा की नवीनतम पेशकशों की जानकारी देगी, बल्कि विदेशी विद्यार्थियों को प्रवेश में मदद करेगी और व्यक्तिगत रूझान तथा केरियर लक्ष्य के आधार पर उनकी पसंद के बारे में जानकारी भी देगी।
- सार्वजनिक क्षेत्र की श्रेणी-1 मिनी रत्न कंपनी ईडीसीआईएल (इंडिया) लिमिटेड ‘स्टडी इन इंडिया’ शिक्षा अभियान के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय की कार्यान्वयन एजेंसी है।
- इस कार्यक्रम में एनआईआरएफ रैंक वाले तथा एनएएसी मान्यता प्राप्त संस्थान 3.26 स्कोर के साथ शामिल किए गए हैं।
- ‘स्टडी इन इंडिया’ कार्यक्रम मानव संसाधन विकास मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, गृह मंत्रालय और वाणिज्य तथा उद्योग मंत्रालय की संयुक्त पहल
- स्टडी इन इंडिया कार्यक्रम विदेशी छात्रों के लिए भारत के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों के द्वार खोलेंगे।