क्याः गज यात्रा
कहांः मेघालय
क्योंः 100 गजराज गलियारा सुनिश्चित करना
- केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रलय तथा भारतीय वन्य जीव ट्रस्ट ने 28 मई, 2018 को मेघालय के गारो हिल्स स्थित तुरा शहर से ‘गज यात्रा’ अभियान आरंभ किया। इस अभियान के तहत उन जिलों में हाथी का शुभंकर लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा जिनसे होकर हाथियों की झुंड गुजरता है।
- गज यात्रा भारत के राष्ट्रीय धरोहर जानवर गजराज के जश्न की यात्र है जिसका उद्देश्य देश भर में 100 गजराज (हाथी) गलियारा सुनिश्चित करना है।
- इनमें चार मेघालय में ही हैं जिनमें सिजु-रेवक गलियारा भी शामिल है जिससे होकर बालपक्रम एवं नोकरेक राष्ट्रीय उद्यान के बीच लगभग 1000 हाथी गुजरते हैं।
- ज्ञातव्य है कि 2014 में मेघालय के गारो हिल्स के गांववालों ने सामुदायिक भूमि का कुछ हिस्सा ग्राम रिजर्व वन के लिए आरक्षित कर दिया था जिससे हाथियों के आने-जाने का मार्ग प्रशस्त हो सके। इसी के मद्देनजर गारो हिल्स से गज यात्रा अभियान आरंभ किया गया है। मेघालय में सामुदायिक भूमि को इन हाथियों के गुजरने के लिए सुरक्षित रखने में ‘नोकमास’ (Nokmas) की महत्ती भूमिका रही है जो कि भूमि के पारंपरिक अभिभावक है।