- भारत चिकित्सा अनुसंधान परिषद् (आईसीएमआर) ने इस बात की पुष्टि की है कि केरल में फैले निपा वायरस (Nipah Virus) के लिए फ्रुट बैट यानी चमगादड़ जिम्मेदार था।
- ज्ञातव्य है कि निपा वायरस के कारण केरल के कोझिकोड एवं मलाप्पुरम जिला में 13 लोगों की मौत हो गई थी।
- मई 2018 में इसके संक्रमण का पहला मामला कोझिकोड के चंगरोथ में सामने आया था।
- अब दोनों जिलों को निपा मुक्त घोषित कर दिया गया है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार निपाह वायरस का प्राकृतिक मेजबान टेरोपॉडिडे परिवार (Paramyxovidae family) के चमगादड़ है। यह आरएनए वायरस है।
- 1998 में मलेशिया के कामपुंग सुंगाई निपाह में फैली महामारी के दौरान इस वायरस की पहली बार पहचान हुई थी। इस समय इस वायरस का तात्कालिक होस्ट सुअर था।
- वर्ष 2004 में डेट पाम सैप के पीने से बांग्लादेश में निपाह वायरस से कई लोग संक्रमित हो गए। यह पाम सैप फ्रुट बैट या चमगादड़ से संक्रमित था।
- इस वायरस से मानव के साथ-साथ सुअर एवं मवेशी भी संक्रमित हो सकते हैं।
- यह वायरस मानव में चमगादड़ एवं सुअरों से तथा मानव से मानव में भी संक्रमित हो सकता है।
- इस वायरस के लिए अभी कोई टीका विकसित नहीं हो पाया है।
- इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन के ब्लूप्रिंट प्रायोरिटी डिजीज (Blueprint priority diseases) में शामिल किया गया है।
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