क्याः एडोप्ट ए हेरिटेज’ स्कीम
क्योंः विरासत व पर्यटन स्थल गोद लेना
कौनः पर्यटन मंत्रालय
- कॉर्पोरेट समूह डालमिया भारत ने ‘एडोप्ट ए हेरिटेज’ (Adopt a Heritage) स्कीम के तहत दिल्ली स्थित लाल किला तथा आंध्र प्रदेश के कदपा जिला स्थित गंदिकोटा किला को गोद लिया।
- स्कीम के तहत डालमिया भारत इन विरासत स्थलों में बुनियादी एवं आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जिम्मेदार होगी।
‘एडोप्ट ए हेरिटेज स्कीम के बारे में
- ‘एडोप्ट ए हेरिटेज-अपनी धरोहर, अपनी पहचान’ भारत के पर्यटन मंत्रालय, भारत का पुरातत्व सर्वेक्षण एवं राज्य/केंद्रशासित प्रदेशों के बीच एक सहयोगी स्कीम है।
- इस स्कीम की शुरुआत केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा 27 सितंबर, 2017 को की गई थी।
- यह उत्तरदायी पर्यटन को बढ़ावा देने वाली स्कीम है।
- यह सार्वजनिक क्षेत्र के साथ-साथ निजी क्षेत्र की कंपनियों एवं कॉर्पोरेट सिटिजन/व्यक्ति को एएसआई/राज्य विरासत स्थलों एवं महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों के विकास, संचालन एवं रख-रखाव के जरिये सतत विरासत एवं पर्यटन के बढ़ावा देती है।
- ‘विजन बिल्डिंग’ के रुप में ये ‘स्मारक मित्र’ (Monument Mitra) की भूमिका होंगे।
- यह परियोजना मूलतः आलोच्य स्थलों पर साफ-सफाई, पेयजल, दिव्यांग के लिए पहुंच सुगम बनाना इत्यादि जैसी बुनियादी सुविधाएं एवं सेवाएं उपलब्ध कराने पर जोर देती है ताकि अधिााक से अधिक से पर्यटन वहां आ सके और विरासत का संरक्षित रखा जा सके।
- इस परियोजना के तहत अभी तक 31 एजेंसियों (स्मारक मित्र) को 85 विरासतों/पर्यटन स्थलों को गोद लेने की मंजूरी दी गई है।
- भारत सरकार के मुताबिक यह गैर-राजस्व सृजन परियोजना है जिसके तहत ‘स्मारक मित्र’ या कॉर्पोरेट एजेंसियां सीएसआर निधि के तहत व्यय करते हैं।