- केंद्रीय वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली ने 27 फरवरी, 2018 काो क्रिसिल की ‘इनक्लूसिक्स इंडेक्स’ (Crisil Inclusix 2016) रिपोर्ट जारी की।
- क्रिसिल की यह रिपोर्ट 666 जिलों में वित्तीय समावेशन की प्रगति से जुड़े आंकड़ों का अध्ययन करने के बाद तैयार की गई है। 336 जिलों में औसत से बेहतर स्थिति है।
- इसमें राज्यों को शून्य से 100 अंक प्रदान किये गये हैं और उसी अनुरुप रैंकिंग प्रदान की गई है।
- वर्ष 2013 में जारी पहली रिपोर्ट में भारत को वित्तीय समावेशन के क्षेत्र में 50.1 अंक मिले थे जबकि नई रिपोर्ट में इस मामले में 58 अंक मिले है।
- रिपोर्ट के मुताबिक नागरिकों के बैंक ऽाते खुलवाने, उन्हें कर्ज दिलाने या जीवन बीमा पॉलिसी दिलाने में दक्षिणी राज्यों का प्रदर्शन उत्कृष्ट है।
- वित्तीय समावेशन को मापने वाले इस सूचकांक में 90.9 अंकों के साथ केरल पहले स्थान पर है।
- उत्तर प्रदेश 30वें और बिहार 32वें स्थान पर है।
- रिपोर्ट की मानें तो सरकार की वित्तीय समावेशन की स्कीमें देश के अधिकांश हिस्सों में पहुंचने लगी हैं।
- परंतु देश के अधिकांश उत्तरी व पूर्वी राज्य इन योजनाओं को लागू करने में विफल साबित हो रहे हैं।
- उत्तरी क्षेत्र के अधिकांश राज्यों का प्रदर्शन राष्ट्रीय औसत से भी नीचे है।
- सूचकांक के मुताबिक जनधन योना के तहत वर्ष 2014 से 2016 के बीच 31 करोड़ खाते खोले गये।
- सूचकांक में तीन सेवा प्रदाताओं; बैंक, बीमा व माइक्रोफिनांस की चार पहलों; शाखा, साख, जमा व बीमा को आधार बनाया गया।