- टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (TIFR) के तीन शोधकर्त्ताओं ने जम्मू-कश्मीर के बुर्जहोम क्षेत्र में ‘प्राचीनतम आकाशी चार्ट के साथ सुपरनोवा’ का प्राचीनतम प्रमाण खोजा है।
- ये तीन शोधकर्त्ता हैं; ऋषिकेश जोगलेकर, एम-एन-वाहिया व अनिकेत सुले।
- यह चार्ट एक शैल पर बना है जिसके बारे में कहा जा रहा है कि यह लगभग 5000 वर्ष पहले बनाया गया था।
- जिस चट्टान पर यह बना चार्ट मिला है वह 48X27 सेंटीमीटर का है।
- इस चित्र में आकाश में दो चमकीला वस्तु दिखलाया गया है जिसमें से प्रकाश आ रहा है और शिकारी एक जानवर को उस प्रकाश से हटा रहा है। वहीं एक जानवर को शिकार करते हुये दिखाया गया है। दो आकाशीय चमकीला वस्तु के बारे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि ये या तो चंद्रमा या सूर्य हैं या फिर दो तारें हैं।
- बुर्जहोम एक नवपाषाणकालीन स्थल है जहां से मनुष्यों को उनके पालतु कुत्तों के साथ दफनाने का प्रमाण प्राप्त हुआ है।
क्या होता है सुपरनोवाः तारों में विस्फोट को सुपरनोवा कहा जाता है। अंतरिक्ष में सबसे बड़ा विस्फोट को सुपरनोवा कहा जाता है। वर्ष 1604 में जोनाथन केपलर ने मिल्की वे में अंतिम पर्यवेक्षित सुपरनोवा को खोजा था।