संयुक्त राज्य अमेरिका विश्व अर्थव्यवस्था का विकास इंजन है। यह विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। ऐसे में अमेरिकी शटडाउन (US Shutdown) किसी के लिए भी चौकाने वाली खबर हो सकती है। अमेरिकी शटडाउन या बंदी से विश्व की अर्थव्यवस्था काम करना बंद कर सकती है। वैश्विक अर्थव्यवस्थाएं ठप्प हो सकती है या बाधित हो सकती है। परंतु क्या सच में अमेरिकी शटडाउन से वैश्विक अर्थव्यवस्था की गति रूक जाएगी? क्या सच में अमेरिका काम करना बंद करे देगा? ऐसे ही कई सवाल आपके मन में पैदा हो रहे होंगे । परंतु आपको बता दूं, कि ऐसा नहीं कुछ नहीं होने वाला है। अमेरिकी शटडाउन का विश्व की अर्थव्यवस्था पर कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ने वाला है। हकीकत तो यह है कि इसका अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर भी कोई विशेष या स्थायी प्रभाव नहीं पड़ने वाला। इसका अस्थायी प्रभाव पड़ेगा वह भी केवल अमेरिकी सरकारी क्षेत्रों की सेवाओं में।
क्या होता है यूएस शटडाउनः दरअसल अमेरिका में 1 अक्टूबर को वित्त वर्ष की शुरुआत होती है। इससे पहले तक यूएस संघीय बजट का पारित होना जरूरी है। परंतु शायद ही ऐसा होता है। कई ऐसे विवादित मुद्दे होते हैं जिन पर रिपब्लिकन व डेमोक्रैट पार्टी के बीच मतैक्य नहीं हो पाता। इस कारण सामान्यतः नये वर्ष में ही जाकर सहमति हो पाती है और बजट पारित हो पाता है। तबतक संघीय सरकार की एजेंसियों के संचालन के लिए पूर्व वर्ष के विस्तारित फंड का ही इस्तेमाल किया जाता है। परंतु इस बार यूएस कांग्रेस ने 16 फरवरी, 2018 तक चलने वाले फंड विस्तार की अनुमति देने से मना कर दिया। इस कारण से 19 जनवरी, 2018 की मध्य रात्रि अर्थात 20 जनवरी के आरंभिक सेकेंड में अमेरिकी संघीय सरकार की कई एजेंसियों एवं संगठनों ने काम करना बंद कर दिया। अनिवार्य सेवाओं को छोड़कर प्रायः सरकारी सेवाएं मिलनी बंद हो गयी।
इस बार के कारणः ऐसा पहली बार है जब यूएस कांग्रेस व यूएस सिनेट में एक ही पार्टी रिपब्लिकन के बहुमत होने तथा व्हाइट हाउस में भी एक रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति होने के बावजूद यूएस शटडाउन की स्थिति आयी है। दरअसल यूएस संघीय सरकार सीमा सुरक्षा (जिसमें सीमा पर दीवार का निर्माण भी शामिल है) व सैन्य व्यय के लिए अधिक धन की मांग कर रही है। वहीं डेमोक्रैटिक दल चाहता है कि संघीय सरकार की इस योजना से अमेरिका के उन 7 लाख प्रवासियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ना चाहिये जो बचपन में ही अवैध रूप से अमेरिका में आ गये थे। अर्थात उन्हें वापस नहीं भेजा जाना चाहिये।
क्या होता है परिणामः यूएस शटडाउन के कारण अमेरिका में फॉरलॉ (furlough) की स्थिति आ गयी है। अर्थात संघीय सरकार के कई कर्मचारी कार्यालय नहीं जाएंगे। वे घर पर ही रहेंगे। इससे कई सरकारी एजेंसियां काम नहीं करेंगी और लोगों को इनसे मिलने वाली सेवाएं एवं सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो सकेंगी।