असमिया कवि नीलमणि फूकन जूनियर (Nilmani Phookan Jr) को 56वां ज्ञानपीठ पुरस्कार और कोंकणी उपन्यासकार दामोदर मौजो (Damodar Mauzo) को 57वां ज्ञानपीठ पुरस्कार देने की घोषणा की गयी है ।
- गोवा के मजोरदा के रहने वाले मौजो इससे पहले साहित्य अकादमी पुरस्कार भी जीत चुके हैं। उन्हें उनके उपन्यासों कर्मेलिन, और सुनामी साइमन, और लघु कथाएँ टेरेसा मैन एंड अदर स्टोरीज़ फ्रॉम गोवा के लिए जाना जाता है ।
- 90 वर्षीय फूकन को इससे पहले साहित्य अकादमी और पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। गुवाहाटी में रहने वाले कवि फूकन ने सूर्य हेनु नामी अहे ए नोडियेदी, गुलापी जमुर लग्न और कोबिता लिखा है।
- देश का सर्वोच्च साहित्यिक पुरस्कार, ज्ञानपीठ लेखकों को “साहित्य में उनके उत्कृष्ट योगदान” के लिए दिया जाता है।
- ज्ञानपीठ पुरस्कार भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा प्रदान किया जाता है जिसकी स्थापना साहू शांति प्रसाद जैन द्वारा की गई थी।
- पहला ज्ञानपीठ पुरस्कार 1965 में मलयाली भाषा के जी.एस. कुरूप को प्रदान किया गया था।
- ज्ञानपीठ पुरस्कार के तहत 11 लाख रुपए की राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जाती है।
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