भारतीय रेल वर्ष 2030 तक अपनी 33 अरब यूनिट से अधिक की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार है।
रेलवे की अभी वार्षिक आवश्यकता लगभग 21 अरब यूनिट है।
रेलवे ने 2030 तक रेलवे की खाली पड़ी भूमि का उपयोग करके 20 गीगावाट क्षमता के सौर संयंत्र स्थापित करने की एक बडी योजना बनाई है।
सौर ऊर्जा के उपयोग से भारतीय रेल कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने के मिशन में तेजी लाएगा।
रेलवे अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग करने और परिवहन का एक पूर्ण ग्रीन मोड बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
रेलवे ने डी-कार्बोनाइजेशन के लिए एक बहु-आयामी दृष्टिकोण अपनाया है जिसे सौर परियोजनाओं के माध्यम से पूरा किया जाएगा। इससे भारतीय रेल को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी।