- जियोफिजिकल रिसर्च लेटर्स पत्रिका में प्रकाशित शोध के अनुसार ओजोन परत को क्षरण से बचाने के वैश्विक प्रयासों को सफलता मिलती दिख रही है।
- नासा के वैज्ञानिकों के अनुसार, ओजोन परत को नुकसान पहुंचाने वाले रासायनों के उपयोग करने/प्रतिबंधित करने से अंटार्कटिका के ऊपर ओजोन छिद्र में 2005 से 20 प्रतिशत की कमी आयी है।
- इसी अवधि में क्लोरोफ्लूरोकार्बन से निकले क्लोरीन में 0-8 प्रतिशत वार्षिक दर से कमी आयी है।
- नासा के वैज्ञानिकों ने ओजोन परत छिद्र का अध्ययन करने के लिए औरा उपग्रह के माइक्रोवेव लिंब साउंडर का इस्तेमाल किया
- क्लोरोफ्लूरोकार्बन का उपयोग एयरोसोल स्प्रे, फोम इत्यादि में होता है।
क्या है ओजोन परत
-आजोन परत पृथ्वी के समतापमंडल में पाया जाता है। यह सूर्य से आने वाले अल्ट्रावायलेट-बी विकिरण को आंशिक तौर पर सोख लेता है।
-ब्रिटिश वैज्ञानिकों जोसेफ फरमान, ब्रायन गार्डिनर, जोनाथन शांकलिन ने 1984 में अंटार्कटिका के ऊपर ओजोन परत में छिद्र पाया था।
-ओजोन परत को नुकसान पहुंचाने वाले रासायनों पर प्रतिबंध लगाने के लिए 1987 में मॉण्ट्रियल प्रोटोकॉल पर समझौता हुआ।