- मध्य प्रदेश सरकार ने अपने यहां के तीन जोड़ी बाघों (तीन नर व तीन मादा) को ओडिशा के सतकोसिया टाइगर रिजर्व में स्थानांतरित करने को सैद्धांतिक तौर पर मंजूरी दे दी है।
- राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण ने मध्य प्रदेश से ओडिशा में बाघों को ट्रांसलोकेट करने का प्रस्तााव दिया था जिसे मध्य प्रदेश ने स्वीकार कियाा।
- ज्ञातव्य है कि ओडिशा के सतकोसिया टाइगर रिजर्व में केवल एक जोड़ी बाघ बचा है। वह भी उम्र के अंतिम पड़ाव पर है। वहां बाघ की आबादी बढ़ाने के लिए मध्य प्रदेश से बाघ लाया जा रहा है। ओडिशा के सतकोसिया व मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ तथा कान्हा टाइगर रिजर्व के बाघों का आनुवंशिक मानचित्रण समान होने तथा दोनों देशों के बीच बाघ गलियारा की मौजूदगी बाघों के अनुकूलन में मदद करेगा।
सतकोसिया टाइगर रिजर्व
- दो अभ्यारण्यों सतकोसिया व बैसिपल्ली को मिलाकर 31 मार्च, 2007 को सतकोसिया टाइगर रिजर्व की घोषणा की गई।
- यह गडजात पहाड़ी में स्थित है।
प्रोजेक्ट टाइगर रिजर्व
-
- भारत सरकार द्वारा प्रोजेक्ट टाइगर रिजर्व की शुरुआत 1973 में की गई थी।
- 1973 में 9 टाइगर रिजर्व थे जिनकी संख्या बढ़कर 50 हो गयी है।