प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 9-12 फरवरी 2018 के दौरान फिलिस्तीन, संयुक्त अरब अमीरात और ओमान की राजकीय यात्रा पर गये थे। प्रधानमंत्री मोदी, फिलिस्तीन की यात्रा पर जाने वाले प्रथम प्रधानमंत्री बनें। प्रधानमंत्री के रूप में वे दूसरी बार संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा पर गये। वहीं ओमान की उनकी पहली यात्रा थी। फिलिस्तीन जाने से पहले उन्होंने जॉर्डन की राजधानी अम्मान में वहां के किंग अब्दुल्ला से भी मुलाकात की।
प्रधानमंत्री की फिलिस्तीन यात्रा
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- अपनी यात्रा के प्रथम चरण में प्रधानमंत्री फिलिस्तीन गये। किसी भारतीय प्रधानमंत्री की फिलिस्तीन की पहली यात्रा थी। फिलिस्तीन के रामल्ला से जाने के क्रम 9 फरवरी, 2018 को उन्होंने जॉर्डन की राजधानी अम्मान में किंग अब्दुल्ला से मुलाकात की। जॉर्डन में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की विगत 30 वर्षों में यह पहली यात्रा थी।
- फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने उन्हें विदेशी नागरिकों को दिया जाने वाला सर्वोच्च फिलिस्तनी सम्मान ‘ग्रांड कॉलर’ से सम्मानित किया।
- दोनों देशों के बीच 10 फरवरी, 2018 को निम्न छह समझौतों पर हस्ताक्षर हुये:
- 30 मिलियन अमेरिकी डॉलर की लागत से बेथलेहेम गवर्नरेट के बेत सहौर में भारत-फिलिस्तीन सुपर-स्पेशलिटी अस्पताल बनाने पर समझौता
- 5 मिलियन अमेरिकी डॉलर की लागत से महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए भारत-फिलिस्तीन केन्द्र ‘तुराथी’ के निर्माण हेतु समझौता,
- 5 मिलियन अमेरिकी डॉलर की लागत से रामल्ला में नई नेशनल प्रिंटिंग प्रेस की स्थापना के लिए समझौता,
- एक मिलियन अमेरिकी डॉलर की लागत से मुथल्थ अल शूहडा गांव में स्कूल के निर्माण के लिए समझौता,
- 1.1 मिलियन अमेरिकी डॉलर की लागत से फिलिस्तीन के टुबास गवर्नरेट के तमून गांव में स्कूल के निर्माण के लिए समझौता और
- अबू दीस स्थित जवाहरलाल नेहरू स्कूल फॉर बॉयज में अतिरिक्त मंजिल के निर्माण के लिए 0.25 मिलियन अमेरिकी डॉलर की सहायता हेतु समझौता।
प्रधानमंत्री की संयुक्त अरब अमीरात यात्रा
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- यह प्रधानमंत्री मोदी की संयुक्त अरब अमीरात की दूसरी यात्रा थी। वे 11 फरवरी को संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा पर थे
- अपनी यात्रा के दौरान उन्हाेंने आबु धाबी स्थित ‘वहात अल करामा’ नामक युद्ध स्मारक का भी दौरा किया।
- प्रधानमंत्री ने दुबई में 11 फरवरी, 2018 को आयोजित हुये छठे विश्व राजकीय शिखर सम्मेलन (वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट) को संबोधित किया। इस सम्मेलन में उन्होंने प्रौद्योगिकी व विकास पर उद्घाटन भाषण दिया। इस सम्मेलन में भारत को ‘सम्मानित अतिथि’ के रूप में शामिल किया था। अपने भाषण में उन्होंने ‘ई-शासन’ में ‘ई’ का मतलब भी स्पष्ट किया। उनके अनुसार ई से तात्पर्य है: प्रभावी (effective), सुगम (easy), सशत्तफ़ (empowered) व समानता (equality)।
- अपनी संयुक्त अरब अमीरात के दौरान उन्होंने आबु धाबी में निर्मित होने वाले प्रथम हिंदू मंदिर की आधारशीला रखा । इस मंदिर का निर्माण बीएपीएस स्वामीनारायण संप्रदाय द्वारा किया जा रहा है।
- अपनी यूएई यात्रा के दौरान उन्होंने शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतौम से मुलाकात की।
- प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के दौरान भारत व यूएई के बीच पांच समझौतों पर हस्ताक्षर हुये जो निम्नलिखित हैं:
- अपतटीय निम्न जकूम रियायत में 10» भागीदारी ब्याज का अधिग्रहण।
- संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय श्रमिकों के संविदात्मक रोजगार के सहयोगी प्रशासन को संस्थागत बनाना।
- रेल सेक्टर में तकनीकी सहयोग।
- वित्तीय सेवाओं के उद्योग में दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाना।
- जम्मू में गोदामों और विशेष भंडारण समाधान सहित बहु-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क और केंद्र स्थापित करना
- उपर्युक्त के अलावा चरमपंथी गतिविधियों से निपटने में लगी यूएई की दो संस्थाओं हेदायाह व सवाब के साथ सहयोग पर भी सहमति बनी।
प्रधानमंत्री की ओमान यात्रा - तीन खाड़ी देशों की यात्रा के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री मोदी 11 फरवरी को ओमान पहुंचे। यह ओमान की उनकी पहली यात्रा थी। ज्ञातव्य है कि भौगोलिक रूप से ओमान खाड़ी क्षेत्र में भारत का निकटस्थ पड़ोसी है। अपनी ओमान यात्रा के दौरान मस्कट में ही उन्होंने 250 वर्ष पुराने शिव मंदिर के भी दर्शन किये।
- 12 फरवरी को अपनी ओमान यात्रा के दौरान उन्होंने भारतीय समुदाय को संबोधित किया जहां उन्होंने सिंधु घाटी सभ्यता के लोथल स्थल से ओमान तक लकड़ी के जहाज के आने के आधारपर दोनों देशों के प्राचीन संबंधों को याद किया। उन्होंने मध्य प्रदेश के बीना रिफायनरी का भी उल्लेख किया जो कि ओमान के सहयोग से चल रही है। प्रधानमंत्री की ओमान यात्रा के दौरान 12 फरवरी, 2018 को निम्नलित आठ समझौतों पर हस्ताक्षर किये:
- दीवानी और व्यवासायिक मामलों में कानूनी और न्यायिक सहयोग के लिए समझौता
- राजनयिक, विशेष, सेवा और अधिकारिक पासपोर्ट धारकों को वीजा में आम सहमति से छूट के लिए समझौता,
- स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग के लिए सहमति पत्र,
- अंतरिक्ष के शांतिपूर्वक प्रयोग में सहयोग के लिए सहमति पत्र,
- भारत में विदेश मंत्रालय के अंतर्गत विदेश सेवा संस्थान और ओमान राजनयिक संस्थान के बीच सहयोग पर सहमति पत्र,
- ओमान के नेशनल डिफेंस कालेज और भारत के रक्षा अध्ययन और विश्लेषण संस्थान के बीच शैक्षणिक सहयोग पर सहमति पत्र
- भारत और ओमान के बीच पर्यटन सहयोग के क्षेत्र में सहमति पत्र
- सैन्य सहयोग पर सहमति पत्र के लिए संलग्नक।
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