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- एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआार) द्वारा 12 फरवरी, 2018 को जारी विश्लेषण के मुताबिक देश के सभी राज्यों में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू 177 करोड़ रुपये की कुल संपति के साथ भारत के सबसे धनी मुख्यमंत्री हैं जबकि त्रिपुरा के मुख्यमंत्री व सीपीआईएम नेता माणिक सरकार की कुल संपति महज 26 लाख रुपये है। इसका मतलब यह है कि देश का सबसे धनी मुख्यमंत्री सबसे गरीब की तुलना में 680 गुणा अधिक धनी है।
- एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक देश के 31 पदासीन मुख्यमंत्रियों में लगभग एक तिहाई यानी 11 के खिलाफ आपराधिक मुकदम दर्जा है। सर्वाधिक 22 मुकदमा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के खिलाफ दर्ज है, उसके पश्चात केरल के मुख्यमंत्री के खिलाफ 11 केस दर्ज है।
- 26 प्रतिशत मुख्यमंत्रियों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मुकदमा दर्ज है।
- शैक्षणिक पृष्ठभूमि के आधार पर 31 में से 10 प्रतिशत सीएम 12वीं पास है, 39 प्रतिशत स्नातक, 16 प्रतिशत परास्नातक, 3 प्रतिशत डॉक्टरेट हैं।
- ज्ञातव्य है कि वर्ष 2002 में सर्वोच्च न्यायालय ने चुनाव के उम्मीदवारों को उनकी संपति व दर्ज आपराधिक मुकदमों का विवरण देना अनिवार्य कर दिया था।
मुख्यमंत्रियों की संपति
सर्वोच्च संपति वाले तीन मुख्यमंत्री
1. चंद्रबाबू नायडू (आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री): 177 करोड़ रुपये
2. पेमा खांडु (अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री): 129 करोड़ रुपये
3. अमरिंदर सिंह (पंजाब के मुख्यमंत्री): 48 करोड़ रुपये
न्यूनतम संपति वाले तीन मुख्यमंत्री
1. माणिक सरकार (त्रिपुरा के मुख्यमंत्री): 26 लाख रुपये
2. सुश्री ममता बनर्जी (प-बंगाल के मुख्यमंत्री): 30 लाख रुपये
3. महबूबा मुफ्रती (जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री): 55 लाख रुपये