12वें ब्रिक्‍स शिखर सम्‍मेलन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि आज दुनिया के सामने सबसे बड़ी समस्‍या आतंकवाद की है। उन्‍होंने स्‍पष्‍ट शब्‍दों में कहा कि जो देश आतंकवादियों को संरक्षण और मदद दे रहे हैं, उन्‍हें इस‍के लिए जिम्‍मेदार ठहराया जाना चाहिए।

  • श्री मोदी 17 November 2020 को वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के ज़रिए 12वें ब्रिक्‍स शिखर सम्‍मेलन को संबोधित कर रहे थे।
  • उन्‍होंने इस बात पर प्रसन्‍नता व्‍यक्‍त की कि रूस के नेतृत्‍व में आतंकवाद के खिलाफ ब्रिक्‍स की रणनीति को अंतिम रूप दिया गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अपने नेतृत्‍व में भी इस नीति को और आगे बढ़ाएगा। उन्‍होंने कहा कि भारत जब ब्रिक्‍स का नेतृत्‍व संभालेगा तो डिजिटल स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं और पारंपरिक दवाओं को ब्रिक्‍स देशों में बढ़ावा देगा।

क्या है ब्रिक्स?

  • ब्रिक्स विश्व की पांच उदीयमान अर्थव्यवस्थाओं ब्राजील, रूस, भारत, चीन एवं दक्षिण अफ्रीका का सहयोगी है और इस संगठन का नामकरण भी इन देशों के नाम के प्रथम अक्षर के आधार पर भी हुआ है।
  • ब्रिक्स अवधारणा ब्रिटिश अर्थशास्त्री जिम ओ नील की देन है।
  • दक्षिण अफ्रीका वर्ष 2010 में इस मंच का सदस्य बना और वर्ष 2011 में सान्या, चीन में आयोजित तीसरे सम्मेलन के दौरान इसने इसके नए सदस्य के रूप में इसमें भाग लिया।
  • ब्रिक्स देशों के सहयोग तीन स्तरों पर होता हैः
    1- राष्ट्रीय सरकारों के बीच औपचारिक कूटनीतिक संपर्क
    2- सरकारी संस्थानों के बीच संपर्क
    3- सिविल सोसायटी व लोगों के बीच संपर्क।
  • पहला ब्रिक्स सम्मेलन वर्ष 2009 में रूस के येकातेरिनबर्ग में हुआ था।
  • वैश्विक आबादी में ब्रिक्स का योगदानः 41.1 प्रतिशत (चीन-18.5 प्रतिशत, भारतः 17.1 प्रतिशत, ब्राजील-2.8 प्रतिशत, रूसः 2.0 प्रतिशत व दक्षिण अफ्रीकाः 0.8 प्रतिशत)
  • वैश्विक क्षेत्रफल में ब्रिक्स का योगदानः 29.6 प्रतिशत (चीन-7.1 प्रतिशत, भारतः 2.4 प्रतिशत, ब्राजील-6.3 प्रतिशत, रूसः 12.7 प्रतिशत व दक्षिण अफ्रीकाः 0.9 प्रतिशत)

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