-प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 5 जनवरी, 2018 को नई दिल्ली स्थिति डॉ-अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में नीति आयोग द्वारा आयोजित देश के ‘आकांक्षी 115 जिलों’ (Aspirational districts of India) के कलेक्टरों या प्रभारी अधिकारियों को संबोधित किया।
-यह विचार-विनिमय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के उस विजन का हिस्सा है जिसमें उन्होंने वर्ष 2022 तक देश को बदलने का लक्ष्य रखा है।
-देश के 115 आकांक्षी जिलें हैं जो विशिष्ट विकास मानकों में पिछड़ें हैं।
-इन 115 जिलों में केंद्र एवं राज्यों के बीच समन्वय के लिए सरकार ने 115 प्रभारी अधिकारियों की नियुक्ति की है, वहीं इनके जिलाधिकारियों को सामाजिक-आर्थिक सूचकांकों में सुधार का जिम्मा दिया गया है।
-इन जिलों को पिछड़े या गरीब जिला कहने के बजाय आंकाक्षी जिला कहने के पीछे प्रधानमंत्री के न्यू इंडिया विजन 2022 के अनुरुप बदलाव की गंभीरता को रेखांकित करना है।
-इनमें 35 जिलों की पहचान नीति आयोग ने, 35 की मंत्रलयों ने, 35 माओवादी प्रभावित जिलें शामिल हैं।
-जन-धन योजना के द्वारा बैंक खाता खोलना, शौचालयों का निर्माण, ग्रामीण विद्युतीकरण, कौशल विकास के द्वारा इन पिछड़े जिलों को विकसित करने पर चर्चा हुयी।
-प्रधानमंत्री ने इस क्रम में बताया कि विकास का ‘टॉप-डाउन समाधान’ से अपेक्षित परिणाम प्राप्त नहीं हो सकते, इसलिए संबंधित क्षेत्र के ही लोग समस्याओं का समाधान खोजे।
न्यू इंडिया विजन 2022
15 अगस्त, 2017 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुये ‘वर्ष 2022 तक नया भारत’ का विजन रखा था। इसी अनुरुप नीति आयोग ने न्यू इंडिया विजन 2022 का खाका तैयार किया। भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ वर्ष 2022 में मनायी जाएगी। इसी अनुरुप न्यू इंडिया विजन रखा गया है। इसके मुख्य तत्व निम्नलिखित हैं_
1- गरीबी व कुपोषण मुक्त भारत
2- भ्रष्टाचार मुक्त भारत
3- सांप्रदायिकता मुक्त भारत
4- जातिवाद रहित भारत
5- आंतकवाद से मुक्त भारत
6- गंदगी मुक्त भारत
संकल्प से सिद्धि (2017-22)
-इस न्यू इंडिया के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए ‘संकल्प से सिद्धि’ (2017-2022) मिशन भी आरंभ किया गया। इसमें शामिल हैं_
1- स्वच्छ भारत
2- स्वस्थ भारत
3- शिक्षित भारत
4- संपन्न भारत
5- सक्षम भारत
6- सुरक्षित भारत