कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कन्नूर, इंदौर, नागपुर, मेरठ, भागलपुर और पानीपत के बुनकर सेवा केंद्रों (डब्ल्यूएससी) में 10 और डिजाइन संसाधन केंद्र (डीआरसी) राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईएफटी) द्वारा स्थापित किए जा रहे हैं।
इनका उद्देश्य हथकरघा क्षेत्र में डिजाइन-आधारित उत्कृष्टता का निर्माण करना और बुनकरों, निर्यातकों, निर्माताओं व डिजाइनरों की सैंपल/ बेहतर उत्पाद और उनके विकास के लिए डिजाइन रिपॉजिटरी तक पहुंच की सुविधा प्रदान करना है।
दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, भुवनेश्वर, गुवाहाटी, जयपुर और वाराणसी के डब्ल्यूएससी में डीआरसी की स्थापना और उनका उद्घाटन किया जा चुका है। जबकि कांचीपुरम में आठवें डीआरसी का उद्घाटन माननीय वस्त्र मंत्री द्वारा 7 अगस्त 2021 को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर किया गया था।
1986 में स्थापित, एनआईएफटी देश में फैशन शिक्षा का अग्रणी संस्थान है और टेक्सटाइल व अपैरल उद्योगों को पेशेवर मानव संसाधन प्रदान करने में सबसे आगे है। वर्षों से देश के विभिन्न हिस्सों में अपने 17 कैंपस के साथ एनआईएफटी डिजाइन विकास और हथकरघा व हस्तशिल्प की स्थिति के क्षेत्र में एक ज्ञान (नॉलेज) देने वाले सेवा प्रदाता के रूप में काम कर रहा है।