रक्षा मंत्रालय (MoD) ने बेंगलुरु स्थित फर्म न्यूस्पेस रिसर्च एंड टेक्नोलॉजीज के साथ ‘हाई एल्टीट्यूड स्यूडो सैटेलाइट’ (HAPS: High Altitude Pseudo Satellite) को डिजाइन और विकसित करने के लिए एक समझौता किया है।
- फ्यूचरिस्टिक हाई-एल्टीट्यूड स्यूडो उपग्रह (HAPS) के सौदे को रक्षा मंत्रालय की इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सीलेंस (Innovations for Defence Excellence: iDEX) पहल के तहत विकसित की जाएगी।
- कार्यक्रम देश की सैन्य हमला क्षमताओं को मजबूत करेगा और राज्य के स्वामित्व वाली एयरोस्पेस फर्म हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को प्रमुख प्रोटोटाइप विकास भागीदार के रूप में प्रस्तुत करेगा ।
- सिस्टम को विकसित करने के लिए 700 करोड़ रुपये के अनुमानित बजट के साथ, यह पहल HAL कॉम्बैट एयर टीमिंग सिस्टम (Combat Air Teaming System : CATS) का हिस्सा होगी, जो मानवयुक्त हवाई प्लेटफार्मों को झुंड ड्रोन और एक अधिक ऊंचाई वाले निगरानी नेटवर्क के साथ एकीकृत करेगा।
हाई-एल्टीट्यूड स्यूडो उपग्रह (HAPS)
- HAPS को महीनों के लिए निगरानी और संचार कर्तव्यों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया जा रहा है और भविष्य में असैन्य क्षेत्र में अनुप्रयोगों को शामिल करेगा।
- इसके अलावा, यूएवी (unmanned aerial vehicle: UAV) को नीचे की जमीन पर निगरानी बनाए रखने के लिए 70,000 फीट की ऊंचाई पर क्रूज के लिए डिजाइन किया जा रहा है।
- इसके अलावा, यह महीनों तक खुद को ऊर्जा देने के लिए सौर ऊर्जा पर निर्भर करेगा।
- HAPS का वजन 500 किलोग्राम से अधिक होगा और यह सौर ऊर्जा का उपयोग करेगा।
- यह 70,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भरने में सक्षम होगा और यहां तक कि महीनों तक वहीं रह सकता है।
- यान को मानव रहित हवाई यानों (यूएवी) और पारंपरिक उपग्रहों के बीच एक सेतु के रूप में कार्य करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- HAPS के प्रमुख अनुप्रयोग दूरसंचार और सुदूर संवेदन क्षेत्रों में हैं जो रक्षा और नागरिक दोनों उद्देश्यों की पूर्ति करते हैं।