केंद्र सरकार ‘स्वामित्व योजना’ (SVAMITVA) के अंतर्गत ड्रोन के साथ भू-स्थानिक तकनीक (geospatial technology) के द्वारा भारत के सभी 6 लाख से अधिक गांवों का सर्वेक्षण करेगी। इसके साथ ही 100 भारतीय शहरों के लिए अखिल भारतीय त्रि-आयामी (3डी) मानचित्र तैयार किया जाएगा ।
- पंचायती राज मंत्रालय द्वारा संचालित ‘स्वामित्व’ यानी ‘ग्रामों का सर्वेक्षण और ग्राम क्षेत्रों में सुधारित प्रौद्योगिकी के साथ मानचित्रण’ (SVAMITVA: Survey of Villages and Mapping with Improvised Technology in Village Areas) अप्रैल 2020 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई थी।
- भू-स्थानिक डेटा (geospatial data) के विमोचन की पहली वर्षगांठ के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने 15 फ़रवरी को कहा कि भू-स्थानिक प्रणाली, ड्रोन नीति और खुला अंतरिक्ष क्षेत्र की त्रिमूर्ति (ट्रिनिटी) भारत के भावी आर्थिक प्रगति की पहचान होगी।
- उन्होंने कहा कि यह 5 ख़रब डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए राष्ट्रीय मिशन-मोड परियोजनाओं में इन उभरती हुई प्रौद्योगिकियों को अपनाने के लिए भारत सरकार द्वारा रणनीतिक दवाब के अनुरूप है।
- डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि भू-स्थानिक प्रौद्योगिकियां देश की वे “डिजिटल मुद्राएं” हैं जो आधारभूत ढांचे, विनिर्माण, स्वास्थ्य, कृषि, शहरी नियोजन, राजमार्ग और सेवा वितरण जैसे कई क्षेत्रों में गतिशील अनुप्रयोग ढूंढती हैं। उन्होंने कहा कि एक उद्योग अनुमान के अनुसार 2020 में भारतीय भू-स्थानिक बाजार का आकार 23,345 करोड़ रुपये था जिसमें 10,595 करोड़ रूपये का निर्यात शामिल था और जिसके 2025 में 36,300 करोड़ रूपये तक बढ़ जाने की संभावना है।
- अद्यतन दिशानिर्देश निजी कंपनियों को कई मंत्रालयों से अनुमोदन की आवश्यकता के बिना विभिन्न प्रकार के नक्शे तैयार करने में मदद करते हैं और ड्रोन का उपयोग करना और स्थान मानचित्रण के माध्यम से एप्लिकेशन विकसित करना आसान बनाते हैं।