सस्ते और स्वच्छ परिवहन ईंधन की उपलब्धता को बढ़ाने के लिए सस्टेनेबल अल्टरनेटिव टुवर्ड्स अफोर्डेबल ट्रांसपोर्टेशन (सतत-SATAT) पहल के तहत देशभर में संपीड़ित बायो-गैस (Compressed Bio-Gas: CBG) संयंत्रों की स्थापना के लिए पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय (एमओपीएनजी) और शीर्ष तेल एवं गैस विपणन कंपनियों और तकनीक प्रदाताओं के बीच 20 नवंबर 2020 को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।
- सतत पहल के तहत भारत सरकार ने 2023-24 तक 15 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) के उत्पादन लक्ष्य के साथ 5000 सीबीजी संयंत्रों की स्थापना की परिकल्पना की है।
- इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में किसानों की आय को बढ़ाया जाएगा।
- वन अपशिष्ट, कृषि-अवशेष, पशुपालन अपशिष्ट और समुद्री कचरे को शामिल करने के साथ सतत में बहुआयामी दृष्टिकोण शामिल है।
- संपीड़ित बायो-गैस कर्ज देने के लिए प्राथमिकता वाले क्षेत्र में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) शामिल किया है।
- भारत सरकार द्वारा 1 अक्टूबर, 2018 को परिवहन क्षेत्र के लिए सीबीजी के रूप में एक वैकल्पिक और सस्ते स्वच्छ ईंधन के तौर पर उत्पादन और इसकी उपलब्धता बढ़ाने के लिए सतत (सस्टेनेबल अल्टरनेटिव टुवर्ड्स अफोर्डेबल ट्रांसपोर्टेशन-Sustainable Alternative Towards Affordable Transportation: SATAT) पहल की शुरुआत की गई।
- यह योजना वित्तीय वर्ष 2023-24 तक 5000 सीबीजी संयंत्रों की स्थापना की परिकल्पना करती है। इस एमओयू पर हस्ताक्षर करने से सरकार की स्वच्छ ऊर्जा पहल को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा।