प्रख्यात हिन्दी लेखक प्रोफेसर शरद पगारे को ‘पाटलीपुत्र की साम्राज्ञी’ पुस्तक के लिए 2020 का व्यास सम्मान दिया जायेगा। हिंदी साहित्य के जाने-माने विद्वान प्रो. रामजी तिवारी की अध्यक्षता में संचालित एक चयन समिति ने पगारे को यह सम्मान देने का निर्णय किया।
- शरद पगारे मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के रहने वाले हैं और इंदौर में रहते हैं। वैसे वे इतिहास के प्रतिष्ठित विद्वान, शोधकर्ता और प्राध्यापक रहे हैं।
- प्रतिष्ठित व्यास सम्मान की शुरूआत 1991 में हुई थी।
- के के बिरला फाउंडेशन का यह पुरस्कार पिछले दस वर्ष में प्रकाशित भारतीय लेखक की हिन्दी रचनाओं के लिए दिया जाता है।
- इसके तहत चार लाख रूपये, प्रशस्तिपत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाता है।