कोविड-19 पैंडेमिक लॉकडाउन के बीच 5 जून, 2020 को पूरे विश्व में विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day 2020) मनाया जा रहा है। इस बार इस दिवस का मेजबान कोलंबिया है।
थीम
- विश्व पर्यावरण दिवस 2020 की थीम है ‘प्रकृति के लिए समय’ (टाइम फॉर नेचर) है जो जैव विविधता’ (बायोडायवर्सिटी) पर बल देता है।
- भारत सरकार का पर्यावरण मंत्रलय विश्व पर्यावरण दिवस 2020 के अवसर पर ‘नगर वन’ (अर्बन फॉरेस्ट) पर बल दिया।
- भारत में भूमि क्षेत्र की तुलता में मानव और मेवेशियों की आबादी ज्यादा होने के बावजूद आठ प्रतिशत जैव विविधता है।
- देश समृद्ध जैव विविधता से संपन्न है, जिसमें जीव जंतुओं और पौधों की कई प्रजातियां हैं। दुनिया के 35 जैव-विविधता वाले हॉटस्पॉटों में से 4 भारत में हैं, जिसमें कई स्थानिक प्रजातियां हैं।
- पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने 200 निगमों और शहरों में शहरी वन क्षेत्र बनाने के लिए एक योजना फिर से शुरू की हैं क्योंकि इन सभी शहरों में बगीचे हैं, लेकिन जंगल नहीं हैं। शहरी वन क्षेत्र इन शहरों में रहने वालों के लिए सांस लेने के लिए ताजी हवा देने में मददगार बनेंगे।
- वाजरे शहरी (पुणे शहर ) वन क्षेत्र देश के बाकी हिस्सों के लिए एक आदर्श बन चुका है।
क्या आप जानते हैं?
- जैव विविधता में शामिल हैंः 80 लाख पौधा और जानवर प्रजातियां, इन्हें आश्रय देने वाला पारितंत्र तथा आनुवंशिक विविधता।
- विगत 150 वर्षों में जीवित कोरल रीफ आवरण में 50 फीसद कमी आयी है।
- अगले 10 वर्षों में ज्ञात चार प्रजातियों में से एक विलुप्त हो गईं होंगी।
- प्रतिवर्ष मानव की प्रकृति से मांग के लिए 1-6 पृथ्वी की जरूरत पड़ेगी।
विश्व पर्यावरण दिवस के बारे में
- संयुक्त राष्ट्र संघ के तत्वावधान में पर्यावरणीय मुद्दों पर पहला बड़ा सम्मेलन 5-16 जून, 1972 को स्टॉकहॉम (स्वीडन) में आयोजित हुआ। 15 दिसंबर, 1972 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रतिवर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस आयोजित करने संबंधी प्रस्ताव पारित किया।
- चूंकि 5 जून को ही स्टॉकहोम पर्यावरण सम्मेलन आरंभ हुआ था, इसलिए इस दिवस को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गय।
- पहला विश्व पर्यावरण दिवस 1974 में मनाया गया था।