विश्व गैंडा दिवस के अवसर पर 22 सितम्बर 2021 को वैदिक रीति-रिवाजों के बीच, पूर्वी असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व के मुख्यालय, बोकाखाट में राइनो हॉर्न के “दुनिया के सबसे बड़े भंडार” को आग की लपटों में डाल दिया गया।
- विश्व राइनो दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य उन मिथकों को दूर करना था, जिन्होंने अवैध सींग के व्यापार और जानवरों के अवैध शिकार को प्रेरित किया है। वन्यजीव अधिकारियों के अनुसार 1971 से अब तक 12 जिला कोषागारों में रखे 2623 सींगों में से 2479 गुवाहाटी से लगभग 240 किलोमीटर पूर्व बोकाखाट के एक स्टेडियम में रखे लोहे की छह बड़ी चिताओं में जलाए गए। ड्रोन से दूर-दूर तक चिताएं जलाई गईं।
- असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के अनुसार इस कार्यक्रम का आयोजन दुनिया को यह बताने के लिए किया था कि राइनो हॉर्न सिर्फ बालों का एक समूह है और उनका कोई औषधीय महत्व नहीं है। उन्होंने लोगों से इन दुर्लभ जानवरों को नहीं मारने या अंधविश्वास या मिथकों के आधार पर उनके सींग नहीं खरीदने का आग्रह किया ।
- राज्य सरकार संरक्षित सींगों को प्रदर्शित करने के लिए राष्ट्रीय उद्यान के पास एक प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय स्थापित करेगी।
- राख को काजीरंगा पार्क के मुख्य प्रवेश द्वार मिहिमुख में प्रदर्शित करने के लिए एक आदमकद राइनो प्रतिकृति में संग्रहीत किया जाएगा।
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