पूरे विश्व में 2 फरवरी, 2020 को विश्व आद्रभूमि दिवस मनाया गया।
इस वर्ष इस दिवस की थीम थीः ‘आद्रभूमि व जैव विविधता’ (Wetlands and Biodiversity)।
उल्लेखनीय है कि 2 फरवरी, 1971 में ईरान के रामसर (Ramsar) में आद्रभूमियों के संरक्षण के लिए एक समझौता हुआ जिसके आधार पर इसे रामसर कंवेंशन कहा गया। इसी उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष 2 फरवरी को विश्व आद्रभूमि दिवस मनाया जाता है।
दुनिया का पहला रामसर साइट ऑस्ट्रेलिया में कोबोर प्रायद्वीप था, जिसे 1974 में नामित किया गया था।
कनाडा में क्वीन माउद गल्फ और डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में गिरी-तुम्बा-मेनडोमे सबसे बड़ी रामसर साइटें हैं. ये प्रत्येक साइटें 60,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक को कवर करती हैं।
सबसे अधिक रामसर साइट वाला देश यूनाइटेड किंगडम है जहाँ 175 ऐसी साइट हैं और मेक्सिको में 142 हैं।
बोलीविया में 148,000 वर्ग किमी क्षेत्र रामसर कन्वेंशन के तहत संरक्षित है जो विश्व में सबसे बड़ा क्षेत्र है।
भारत में 37 रामसर आर्द्रभूमि स्थल हैं।