जवाहर लाल नेहरू उच्च वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र (JNCASR) ने ब्रेथ एप्लाइड साईंसेज के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके अंतर्गत कार्बनडाई आक्साइड से मिथेनॉल जैसे स्वच्छ ईंधन (Conversion of Carbon dioxide to clean fuels such as methanol) और अन्य उपयोगी रसायनों का बड़े पैमाने पर उत्पादन किया जा सकेगा।
समझौते के तहत 300 किलोग्राम कार्बनडाई ऑक्साइड को रोजाना उपयोगी रसायनों में परिवर्तित किया जाएगा।
एक वर्ष के बाद इस मात्रा को बढ़ाकर पांच सौ टन कर दिया जाएगा।
टाटा स्टील और कोल इंडिया लिमिटेड जैसी कंपनियां इस टेक्नोलॉजी की संभावनाओं के बारे में संस्थान के साथ बातचीत कर रही हैं।
Source: AIR